सरायकेला: जिले के सुदूरवर्ती पिछड़े प्रखंड कुचाई में कल्याण विभाग द्वारा संचालित आश्रम विद्यालय का संचालन गुरुवार से बंद होने वाली है। विद्यालय का संचालन करने वाली स्वयंसेवी संस्था आसरा को राज्य स्तर पर पिछले 2 सालों से ना तो संचालन के लिए राशि मुहैया कराया गया है और ना ही राज्य सरकार द्वारा किसी प्रकार एमओयू किया गया है। विद्यालय में फिलहाल वर्ग 6 से लेकर 10 तक कुल 161 छात्र अध्ययनरत है। 

डीडीसी के पास गुहार लगाने पहुंचे छात्र और अभिभावक
बुधवार को सभी छात्र कुचाई से समाहरणालय पहुंचे। उपायुक्त नहीं रहने के कारण छात्रों ने अपने अभिभावकों के साथ उप विकास आयुक्त प्रवीण कुमार गगराई, आईटीडीए परियोजना निदेशक संदीप दोराईबुरु एवं जिला शिक्षा अधीक्षक से मुलाकात की। छात्रों के साथ अभिभावकों ने कहा कि 20 अप्रैल से स्कूल बंद होने वाली है, ऐसे अवस्था में बच्चों को अपने साथ घर ले जाना चाहते हैं। डीडीसी ने छात्र एवं अभिभावकों के आग्रह पर स्वयंसेवी संस्था आसरा के प्रतिनिधि से बात की तो पता चला कि एक साल पहले ही सरकार द्वारा किए गए एमओयू खत्म हो चुकी है, सरकार द्वारा नए सिरे से एमओयू नहीं कर रही है किसी तरह की स्पष्ट निर्देश भी नहीं मिल रहा है। जिसके कारण स्वयंसेवी संस्था आसरा द्वारा विद्यालय संचालन में असमर्थता जताई गई है तथा विद्यालय में नोटिस चिपकिते हुए 20 अप्रैल से पूर्व सभी अभिभावकों को अपने बच्चों को घर ले जाने का आग्रह किया गया है।आईटीडीए परियोजना निदेशक संदीप दोराईबुरु ने कहा कि पूरी मामले की जानकारी विभाग को दे दी गई है जल्द ही सकारात्मक पहल निकल सकती है। उन्होंने कहा कि आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन से भी बातचीत कर विद्यालय का संचालन करने का प्रयास किया जा रहा है।
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