Chaibasa:- विगत 10 दिनों से रांची के राजभवन के समक्ष प्लस टू शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में राजनीति शास्त्र, उर्दू, मानव विज्ञान, समाजशास्त्र, दर्शनशास्त्र जैसे विषयों को शामिल करने की मांग को लेकर छात्र छात्राएं अनिश्चितकालीन धरना में है। ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन इनके जायज आंदोलन का समर्थन करता है। आंदोलन के समर्थन में राज्य सचिव सोहन महतो ने कहा है कि झारखंड में शिक्षा के प्रत्येक स्तर पर छात्र की संख्या के अनुसार शिक्षकों का घोर अभाव है। छात्रों की संख्या के अनुपात में शिक्षकों की संख्या बहुत ही कम है।कई ऐसे भी विद्यालय या +2 शिक्षण संस्थान है। जहां या तो शिक्षक है ही नही या एक शिक्षक के भारोसे पठन पाठन चल रहा है।

झारखंड में +2 शिक्षक नियुक्ति 2016 में हुई थी और उसके बाद वर्ष 2022 में फिर से यह प्रक्रिया होने की संभावना सरकार द्वारा दिखाई जा रही है। परंतु झारखंड गठन के बाद से अब तक जितने भी बार शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया हुई है। उसमें राजनीति शास्त्र, उर्दू, दर्शन शास्त्र, मानव विज्ञान समाजशास्त्र जैसे विषयों को नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया। जबकि झारखंड में प्रति वर्ष हजारों की संख्या में छात्र उपरोक्त विषय में बीएड में प्रशिक्षण लेते हैं। ऐसे में अब झारखंड में लाखों की संख्या में ऐसे छात्र-छात्राएं हैं जिन्हें अब तक नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर ही नहीं मिला है। हजारों छात्रों की अधिकतम आयु सीमा भी समाप्त होने को है। ऐसे में चिंतनीय बात है कि प्लस 2 विद्यालयों में किन शिक्षकों के भरोसे उपरोक्त विषयों में पठन-पाठन और उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की जाती होगी। न्यायालय द्वारा भी उपरोक्त विषयों में नियुक्ति प्रक्रिया का रास्ता साफ कर दिया गया है। परंतु फिर भी वर्तमान सरकार द्वारा इस विषय पर अमल नहीं किया जा रहा है। यदि छात्र छात्राओं को +2 शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल नही किया जाता है, तो AIDSO आंदोलन के समर्थन में सड़क पर उतर कर व्यापक छात्र आंदोलन का निर्माण करने का काम करेगा।

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