Chaibasa:- रोमन काथलिक चर्च में संत मोनिका दिवस धूमधाम से मनाया गया. संत मोनिका को माताओं के संरक्षिका के रूप में याद कर उनके आचरण और संस्कार को अपने परिवार में उतारने का संकल्प लिया गया और इसे माता दिवस के रूप में मनाया गया. मिस्सा पूजा में फादर अगस्टिन कुल्लू ने कहा कि संत मोनिका माताओं का आदर्श है. उत्तरी अफ्रीका में जन्मी मोनिका का परिवार भटकाव की जिंदगी जी रहा था. उनके पति व बेटे अधर्मियों की तरह जी रहे थे. ऐसी परिस्थिति में संत मोनिका ने दोनों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए ईश्वर के प्रार्थना में लीन रहती थी. संत मोनिका के प्रार्थना का असर ही रहा कि उनके पति और बेटे अगस्टिन आध्यात्मिक जीवन जीते हुए मानव सेवा में लग गए.


इस मौके पर माताओं के नाम संदेश में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप खलखो ने कहा कि माताओं में अद्भुत और अपार शक्ति है. खलखो ने कहा कि माता गर्भ से ही बच्चों का ख्याल रखती है. अपनी खुशी त्याग कर बच्चों की खुशी हर वक्त ढूंढ़ती हैं. लिहाजा हम माताओं का आदर करें और उनके स्वास्थ्य का बखूबी ख्याल रखें.

इससे पूर्व माताओं के माथे पर बच्चों को टीका लगाकर और सुंदर नाच- गान के साथ उन्हें चर्च में प्रवेश कराया गया. इस दौरान पल्ली कोयर दल ने संजीव कुमार बलमुचू, रोबिन बलमुचु, रोयलेन तोपनो, सुनीता हेंब्रम और प्रमोद सुरीन की अगुवाई में मधुर भक्ति गीत गाया. सभी माताएं सजधज कर मिस्सा पूजा में शामिल हुईं. इसके बाद इन्हें बच्चों द्वारा बुके देकर सम्मानित किया गया और अन्त में सबों को जलपान कराया गया.

मौके पर काथलिक सभा के अध्यक्ष आशीष बिरूआ, सिस्टर नेली सिस्टर ज्योति सिस्टर बलमदीना, सिस्टर गुलाबी, सिस्टर अनीता, ब्रदर अरनोल्ड ब्रदर अनिल, सिस्टर ज्योत्सना, सिस्टर अमातुस तोपनो, प्रफुल्लित गागराई, जेम्स गागराई, भगवान तोपनो, एलिसबा डुंगडुंग, पुष्पा डाहंगा, लेयोनार्ड तोपनो, सोनामुनी देवगम, अनिल कुजूर, अनिला सुंडी, पैड्रिक कुजूर, सीमा हेम्ब्रम, मधु बानरा, वासुदेव तियू, जोसेफ तोपनो, धीरसेन धान समेत काफी संख्या में काथलिक परिवार के महिला-पुरूष, युवा व बच्चे-बच्चियां उपस्थित थे.

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