Chaibasa :- गुआ गोलीकांड के वीर शहीदों को शत-शत नमन अपने इन वीर शहीदों के सम्मान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में हम उनके बलिदान को याद कर रहे हैं. इस अवसर पर हम सभी अपने शहीदों, पूर्वजों और आंदोलनकारियों के आदर्श को आत्मसात करने और उनके सपनों का झारखंड निर्माण का संकल्प लें. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आज पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुंडी में गुवा गोली कांड के शहीदों की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा -सह – परियोजनाओं का शिलान्यास- उद्घाटन एवं परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने शहीद स्थल में माल्यार्पण कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी.

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हमारे पूर्वजों ने लंबी लड़ाई लड़ी :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने अलग-अलग समयों में ब्रिटिश हुकूमत, शोषण जुल्म और अन्य के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ते रहे. चाहे वह अपने वजूद और अस्तित्व को बचाने का संघर्ष हो या जल जंगल और जमीन की रक्षा का. इस लड़ाई में कई ने अपने को बलिदान कर दिया. लेकिन, उन्होंने जो संघर्ष किया, उसी का परिणाम है कि आज आदिवासियों- मूलवासियों का अस्तित्व बरकरार है.

उन्होंने कहा कि विपक्ष वाले हमारी सरकार के ऊपर बेतुके आरोप लगाते हैं कि यह सरकार भ्रष्टाचारी है, इस सरकार ने माइंस लूट लिया है. विपक्ष वालों से पूछ लीजिए कि यहां माइंस किसकी चल रही है. अगर जरूरतमंदों को सर्वजन पेंशन देना, बच्चे-बच्चियों को शिक्षा के अवसर देना, किसानों को सशक्त करना, पारंपरिक व्यवस्था को मजबूत करना – यह सब गुनाह और भ्रष्टाचार है तो ऐसा हम हर दिन, हर मिनट करेंगे.

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विपक्ष वालों को 20 साल मखमल के खाट में सोने की आदत रही है इसलिए आज इन्हें भारी तकलीफ हो रही है. राजनीतिक ताकत तो इनकी जीरो हो चुकी है इसलिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर यह येन-केन-प्रकारेण सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में लगे रहते हैं. हमारे पीछे भी संस्थाओं को इन्होंने लगा रखा है कि किसी तरह इसे जेल भेजो. चिंता मत करो, जब तक तुम हमको जेल भेजने का षड्यंत्र करोगे, हम झारखण्ड के लोगों को इतना मजबूत कर देंगे कि फिर जेल का जवाब भी लोग तुमसे ही लेंगे. अपने शहीदों का बदला हमारे पुरुखों ने बड़ी शिद्दत से लिया है. कोई सपने में नहीं सोचता था कि अलग राज्य मिलेगा? मगर अलग राज्य मिला. कोई सपने में नहीं सोचता था कि आदिवासी मुख्यमंत्री बनेगा, मगर बना और आपके सामने खड़ा है.

भाजपा ने 20 सालों में दो-दो आदिवासी मुख्यमंत्री बनाये मगर किसी को 5 साल पूरा नहीं करने दिया. आदिवासी, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक विरोधी लोग हैं भाजपा वाले. इन्हें चिढ़ है आदिवासी, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक से, इसलिए इन्होंने न कभी सरना धर्म कोड पारित कराया न कभी 1932 खतियान पारित कराया, न ओबीसी को 27% आरक्षण दिया और न यहां के लोगों को इन्होंने कभी हक-अधिकार दिया.
हमारी कुछ नियुक्तियों में विपक्ष ने अड़ंगा लगाने का प्रयास किया. 1932 खतियान लाये, उसमें भी इन्होंने चालबाजी किया. हमें रोकने का प्रयास किया जिससे राज्य के नौजवानों को नौकरी न मिले. हमने दूसरा रास्ता निकाला, उसे भी इन्होंने रोकने का प्रयास किया. हम इनका षड्यंत्र चलने नहीं देंगे. साथ ही बहुत जल्द हम और हजारों नियुक्तियां निकालेंगे.

हमारी पारंपरिक व्यवस्था के वाहक-मानकी, मुण्डा, माझी हड़ाम आदि को हमारी सरकार सम्मान देने का काम कर रही है. आज से उन्हें दोपहिया वाहन देने की योजना की शुरुआत हुई है. हम लोगों के साथ केंद्र सरकार द्वारा सौतला व्यवहार किया जा रहा है. राज्य के 8.5 लाख से अधिक गरीब परिवारों को आवास देना है. हमने केंद्र सरकार से आवास देने का आग्रह किया मगर उन्होंने अपना हाथ पीछे खींच लिया. लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. हमने अपने राज्य के लोगों को आवास देने के लिए अबुआ आवास योजना शुरू करने का संकल्प लिया है.
हम सभी वर्गों के लिए काम कर रहे हैं. लेकिन विपक्ष में बैठे लोगों ने 20 वर्षों तक जो गंदगी फैलायी है उसे साफ करने में थोड़ा समय लगता है. दो साल तो हम कोरोना में ही रह गए थे. याद कीजिये वो समय। आपका यह भाई, आपका यह बेटा, आपका यह दोस्त अपने मजदूर भाईयों और बहनों को राज्य वापस लाने का काम किया.

शहीदों को दे रहे हैं पूरा सम्मान :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने वीर शहीदों और झारखंड अलग राज्य के आंदोलनकारियों के साथ गुमनामी की जिंदगी जीने वाले शहीदों के आश्रितों को चिन्हित कर उन्हें सम्मान देने का काम हमारी सरकार कर रही है. इस क्रम में शहीदों के आश्रितों को नौकरी और पेंशन के साथ विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ने का काम किया गया है.

आज भी कई चुनौतियां हैं, लेकिन हमारे कदम नहीं रुकेंगे :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी हमारे सामने कई चुनौतियां हैं. आदिवासी दलित और पिछड़े लोग दशकों से हासिये पर रहे हैं. आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, बौद्धिक और राजनीतिक रूप से कमजोर होने की वजह से इन्हें नजरअंदाज किया जाता रहा है. अब जब ये आगे बढ़ रहे हैं तो कुछ ताकते इन्हें रोकने की नापाक कोशिश कर रही है.लेकिन, हमने इन्हें मजबूत करने का जो संकल्प ले रखा है, उससे नहीं डिगेंगे। चाहे परिस्थितियों कैसी भी हो, इन्हें मजबूत करने के रास्ते पर चल पड़े हैं और कदम नही थमेंगे.

साढ़े तीन वर्षों में विकास की लंबी लकीर खींची है :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के गठन के बाद कोरोना महामारी और सुखाड़ का सामना करना पड़ा. कोरोना काल के हालात से हम सभी वाकिफ हैं. लेकिन, हमारी सरकार ने इस वैश्विक बीमारी के खिलाफ जारी जंग के बीच भी विकास कार्यों को जारी रखा. आज हर वर्ग और हर तबके के लिए सरकार की योजनाएं हैं.पिछले साढ़े तीन वर्षों में तमाम चुनौतियों के बीच हमारी सरकार ने विकास की एक लंबी लकीर खींची है. यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा.

हर बेघर को देंगे मकान :-
मुख्यमंत्री ने कहा जिस तरह यूनिवर्सल पेंशन स्कीम के तहत सभी बुजुर्गों दिव्यांगों एकल महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ दिया जा रहा है. उसी तरह अब सभी बेघर को पक्का मकान देने का निर्णय सरकार ने लिया है. बहुत जल्द अबुआ आवास योजना की शुरुआत होगी. ताकि लोगों के अपने घर का सपना साकार हो सके.

यहां के बच्चों के विदेश में पढ़ने के सपने को कर रहे साकार :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यहां के आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों का विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का सपना साकार हो रहा है. सरकार विद्यार्थियों के विदेश में पढ़ाई का पूरा खर्च वहन कर रही है. इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि सरकार की सहायता से विदेश में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के साथ किसी प्रकार की कोई शर्त नहीं रखी गई है. वे विदेश से पढ़ कर अपना, अपने परिवार, समाज, राज्य और देश का नाम रोशन करें, यही हमारी उनसे उम्मीद है.

अभिभावक सिर्फ बच्चों के पढ़ाई पर ध्यान दें, खर्च की चिंता नहीं करें :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा की बेहतरी पर सरकार का विशेष जोर है. इस सिलसिले में उत्कृष्ट विद्यालय खोले गए हैं. छात्रवृत्ति राशि में बढ़ोतरी की गई है। बच्चियों के लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना चलाई जा रही है. प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से लेकर मेडिकल- इंजीनियरिंग जैसे कोर्सेज करने के लिए सरकार सहायता दे रही है. बच्चों का बेहतर भविष्य बने, इस दिशा में हम कम कर रहे हैं. हमारा अभिभावकों से कहना है कि वे अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाएं, खर्च की चिंता नहीं करें. सरकार मदद करेगी.

मानकी- मुंडा व्यवस्था को कर रहे मजबूत :-
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानकी- मुंडा पारंपरिक व्यवस्था जनजाति समुदाय की मजबूत कड़ी है. यह समाज के पुरोधा हैं. इस व्यवस्था को हम और मजबूती दे रहे हैं. ताकि समाज को इनका लाभ ज्यादा से ज्यादा मिल सके. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उनके बीच मोटरसाइकिल वितरित की.

95 योजनाओं की रखी गई आधारशिला, 31 का उद्घाटन :-
● मुख्यमंत्री ने 406 करोड़, 11 लाख, 58 हज़ार 3 सौ रुपए की लागत से 126 योजनाओं का उद्घाटन – शिलान्यास किया। इसमें 367 करोड़ 99 लाख 15 हज़ार रुपए की लागत वाली 95 योजनाओं की नींव रखी गई । वहीं, 38 करोड़ 12 लाख 43 हज़ार 3 सौ रुपए की 31 योजनाओं का उद्घाटन हुआ.

● 25 लाभुकों के बीच 23 लाख 35 हज़ार 636 रुपये की परिसंपत्तियां बांटी गई। जिला प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री को इस बात से अवगत कराया गया कि चालू वित्तीय वर्ष 2023- 24 में 7 लाख 38 हज़ार 962 लाभुकों के बीच 282 करोड़ 27 लाख 35 हज़ार 4 सौ रुपए की परिसंपत्तियां वितरित की जा चुकी हैं.

● पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों में 91 आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण का शिलान्यास.

● मनोहरपुर और जगन्नाथपुर के आईटीआई में हॉस्टल का शिलान्यास.

● 6 स्वास्थ्य उप केंद्र भवन निर्माण का शिलान्यास.

● टोंटो औऱ झींकपानी में स्टेडियम निर्माण का शिलान्यास.

● मझगांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन निर्माण तथा चाईबासा सदर में 50 बिस्तरों की क्षमता वाले क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल का शिलान्यास.

● चाईबासा सदर के बिरसा मुंडा इंडोर स्टेडियम में एयर कंडीशंड जिम का उद्घाटन.

● तांतनगर और गोयलकेरा प्रखंड में प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, पर्यवेक्षक और अन्य कर्मचारियों के आवास निर्माण तथा प्रखंड परिसर के विकास संबंधी कार्य का उद्घाटन

● बंदगांव, गोईलकेरा, सोनुवा, नोवामुंडी, चाईबासा सदर, तांतनगर, चक्रधरपुर और खूंटपानी में सोलर कोल्ड स्टोरेज का उद्घाटन

● विभिन्न प्रखंडों में आठ धुमकुड़ियां हाउस निर्माण का उद्घाटन

● चक्रधरपुर और बंदगांव में 33/11 केवी विद्युत शक्ति उप केंद्र का उद्घाटन

शहादत दिवस कार्यक्रम में मंत्री चम्पाई सोरेन और जोबा मांझी, सांसद गीता कोड़ा, विधायक निरल पूर्ति, दीपक बिरुवा, दशरथ गगराई और सोनाराम सिंकू, जिला परिषद अध्यक्ष, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त एवं डीआईजी के अलावा पश्चिमी सिंहभूम जिले के उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक समेत जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहे.

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