Chaibasa :- कोरोना काल में निजी बसों का यात्री भाड़ा बढ़ा दिया गया था, लेकिन कोरोना काल के डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी अब तक भाड़े में संशोधन नही किया गया है. जिसे लेकर भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी विप्लव सिंह ने उपायुक्त अनन्य मित्तल को मांग पत्र सौंप कर बस भाड़े में संशोधन करने की मांग की है.

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मांग पत्र

मांग पत्र के माध्यम से भाजपा मीडिया प्रभारी विप्लव सिंह ने कहा है कि काल में सामाजिक दूरी की नीति का पालन करते हुए बसों में यात्रियों की संख्या घटाकर आधी कर दी गई थी. इसके साथ ही किराए को लगभग दोगुना निर्धारित किया गया था. ताकि जिससे बस मालिकों को आर्थिक क्षति ना हो परन्तु कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने के बाद बसों का परिचालन समान रूप से हो गया है और बसों में अपनी पूरी सीट क्षमता से यात्रियों को परिचालन किया जाया जाने लगा. परन्तु बढ़ा किराया घटाया नहीं गया. एक ओर पश्चिमी सिंहभूम जिला आदिवासी बहुल क्षेत्र है एवं यहां बसों में सफर करने वाले लोग काफी गरीब है. क्योंकि जो आर्थिक रूप से संपन्न लोग हैं वह निजी वाहनों से सफर करते हैं और दूसरी ओर जाने अनजाने में ही सही परंतु कहीं ना कहीं यात्रियों का आर्थिक शोषण हो रहा है. इसलिए गरीब यात्रियों का आर्थिक शोषण ना हो इसलिए भाड़े को संशोधित करने की मांग की गई.

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