Chaibasa:- आदिवासी दिवस मनाने संबंध में ग्राम खप्परसाई में मुंडा मंगल सिंह देवगम की अध्यक्षता में ग्राम सभा की बैठक हुई. इस दौरान मुकेश बिरुवा ने जानकारी देते हुए बताया की पश्चिमी सिंहभूम में हो समाज की जनसंख्या सबसे ज़्यादा है. उस हिसाब से हमें बड़े भाई की भूमिका निभानी चाहिए. ज़िले के सभी आदिवासी समुदाय इस आयोजन में शामिल हो रहे हैं. सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावे विभिन्न रास्तों पर हम जुलूस की शक्ल में नाचते गाते हुए जाएंगे और एसोसीएशन ग्राउंड में पहुंचेंगे. वंहा सभी के लिए खाने पीने, से लेकर बैठने आदि की व्यवस्था रहेगी. हमने ज़िले के सभी जन प्रतिनिधियों एवं ज़िले के सभी पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया है. यदुनाथ तियु ने कहा की यह दिवस हमें आदिवासी एकता दिवस के रूप में मनाना है. अपनी एकता ही हमारी ताक़त है, और हम एकजुट हुए तो शासन प्रशासन से लेकर राज्य सरकारें भी हमारी बातों को हल्के में नहीं ले सकती. इसीलिए हमलोग ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में आयोजन में शामिल होना चाहिए. ग्रामीण मनाकी देवगम ने आमंत्रण को स्वीकार करते हुए बताया की हमारे लिए यह गर्व की बात है की हम आदिवासी के रूप में एकजुट हो रहे हैं और सरकार भी हमें मान्यता दे रही है. हमलोग ऑफ़िस से छुट्टी लेकर भी उस दिन आयोजन में हिस्सा लेंगे. आदिवसीयत हमारे लिए पहले है, फिर अपना दूसरा काम. महिलाओं की ओर से बढ़ चढ़ कर इसकी तैयारी करने की बात कही गई.

अंत में मुंडा मंगल सिंह देवगम ने सभी ग्रामीण को सलाह देते हुए कहा की खप्परसाई से हमलोग प्रत्येक घर ने कम से कम एक व्यक्ति और अधिक से अधिक जितने जा सकेंगे, उतने जाएंगे. सभी पारम्परिक ड्रेस में जाने का प्रयास करेंगे. अपने ग्राम सभा की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए युवाओं की टीम बना लेंगे. ताकि हमारा सांस्कृतिक जुलूस शहर में शांतिपूर्ण तरीक़े से देखने लायक बने. ग्रामीण रैयत होने के वास्ते यदुनाथ तियु जी ने आज शाम से ही सांस्कृतिक टीम की तैयारी के लिए संसाधन उपलब्ध करने की बात रखी. जिसे सभी ने ख़ुशी से स्वीकार किया. आयोजन समिति की ओर से यदुनाथ तियु, सुखलाल पुरती, रामबलि सिंकु, और मुकेश बिरुवा शामिल थे.

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