Jamshedpur : पूर्व सांसद एवं आईपीएस डॉ अजय कुमार ने आज एक बयान जारी कर कहा है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) में 25 से भी कम स्थायी कर्मचारी हैं. जो देश में पच्चीस अलग-अलग परीक्षाओं का आयोजन करवा रहे हैं.
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डॉ अजय ने कहा कि केंद्र ने NTA एजेंसी को उसकी क्षमता से ज्यादा काम करने का निर्देश देकर परीक्षाओं के साथ जुआ खेला है. NTA में अन्य सरकारी विभागों से प्रतिनियुक्ति (डेप्युटेशन) पर आए लगभग एक दर्जन अधिकारी और निश्चित अवधि के अनुबंध पर अस्थायी कर्मचारी हैं. अपर्याप्त आंतरिक विशेषज्ञता के कारण NTA एजेंसी ने पेपर-सेटिंग, पेपर वितरण और डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल को निजी तकनीकी सेवा प्रदाताओं सहित बाहरी विशेषज्ञों को आउटसोर्स कर दिया है.
डॉ अजय ने कहा कि अगर NTA में ऐसे ही काम होगा तो फिर ये हमारे देश के बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं तो और क्या होगा.
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