आदित्यपुर: अखिल भारतीय ब्रह्मर्षि समाज के सरायकेला खरसावां जिला इकाई का वार्षिक पारिवारिक मिलन सह वनभोज कार्यक्रम रविवार को आदित्यपुर के जयप्रकाश उद्यान में संपन्न हुआ। जिसमें बिहार से आए ब्रह्मर्षि समाज के युवा नेता आशुतोष कुमार ने सामाजिक एकता को बनाए और बढ़ाएं रखने पर दहाड़ मारी।

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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्रह्मर्षि समाज के युवा नेता आशुतोष कुमार ने कहा कि हाल के दिनों में इन्होंने देखा है कि झारखंड में भीतरी और बाहरी की लड़ाई चल रही है। संबोधन में इन्होंने कहा कि झारखंड में कोई भी भीतरी या बाहरी नहीं है। जो यहां बस गए वह यही के हैं। सामाजिक एकता का परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि भूमिहारों को शेर की संज्ञा दी गई है। भले ही देश में आबादी कम है लेकिन जंगल शेर एक ही होता है बाकी सब गीदड़ हैं। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और अखंडता बनाए रखने पर भी विशेष जोर दिया।
हजारों की संख्या में जुटे समाज के लोग
 वनभोज में करीब 5 हजार लोग जुटे. सभी ब्रह्मर्षि समाज के लोगों ने एकता का संकल्प लिया. मंचासीन समाज के संरक्षक रामेश्वर शर्मा, आईडीटीआर के एजीएम आशुतोष कुमार और ब्रह्मर्षि समाज के अध्यक्ष ठाकुर लालबाबू सिंह , समाजसेवी विकास सिंह ने मंच से सामाजिक समरसता की बातें कही. अतिथियों ने कहा ब्रह्मर्षि समाज को समाज का नेतृत्वकर्ता कैसे बने इसपर आज मंथन करने की जरूरत है.वनभोज में आदित्यपूर, गम्हरिया, सरायकेला, कांड्रा के लोग मुख्य रूप से शामिल हुए. आयोजन रामेश्वर शर्मा के नेतृत्व में आयोजित हुआ. मौके पर अतिथियों द्वारा समाज के शिक्षाविद और श्रेष्ठ लोगों को सम्मानित किया गया. आयोजन को सफल बनाने में श्रीराम ठाकुर, ठाकुर लालबाबू सिंह, विमल सिंह, राजीव मोहन सिंह, कृष्ण गोपाल पिंटू, अशोक सिंह, विनीत प्रसाद सिन्हा, आरपी चौधरी, नरेंद्र चौधरी, संतोष तिवारी, राकेश कुमार, परमानंद पांडेय, कमल नयन सिंह, मुन्ना सिंह अनिल शर्मा, कुमुद रंजन आदि मुख्य रूप से शामिल रहे.
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