Chaibasa : पश्चिम सिंहभूम जिले के गोईलकेरा थाने में बालक मध्य विद्यालय गोइलकेरा के शिक्षक रमरेंद्र दुबे ने झामुमो नेता अकबर खान (मंत्री जोबा मांझी के करीबी) ने उनकी स्कूल में घुसकर बच्चों के सामने पिटाई करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में शिक्षक रमरेंद्र दुबे ने कहा है कि आरोप लगाया है कि बच्चों को नमाज पढ़ने की छुट्टी नहीं देने का आरोप लगाकर झामुमो नेता अकबर खान ने उनकी स्कूल में घुसकर बच्चों के सामने पिटाई कर दी. शिक्षक का कहना है कि इस मामले में जब वह अपनी शिकायत लेकर गोइलकेरा थाना में FIR करने गए तो उच्च स्तरीय दबाव में थाना ने उनकी वह शिकायत नहीं ली गई, उसके बाद कई प्रयास करने के 24 घंटे बाद मामला दर्ज किया गया. बताया जा रहा है कि पुलिस ने दर्ज प्राथमिकी के लिए दोबारा लिखवायी गई शिकायत में नमाज सहित अन्य बातों को हटवा दिया. प्राथमिकी में शिक्षक रमेंद्र दुबे ने झामुमो नेता अकबर खान से अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार भी लगायी है.
शिक्षक रमेंद्र दुबे बालक मध्य विद्यालय गोइलकेरा में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने गोईलकेरा थाना को दी लिखित शिकायत में कहा है कि 29 जुलाई शुक्रवार को वे ड्यूटी पर सुबह 9 बजे स्कूल गये थे. झामुमो नेता अकबर खान पहले से स्कूल में मौजूद थे. अकबर खान ने उन्हें बुलाया, तो शिक्षक ने बच्चों की उपस्थिति लेकर आने की बात कही. शिक्षक का आरोप है कि अकबर खान भी उनके पीछे-पीछे चले आये और उनका कॉलर पकड़कर मारने लगे. शिक्षक ने पूछा कि उसे किस गलती के लिए मारा जा रहा है. तो अकबर खान ने कहा कि बच्चों को 11.30 बजे नमाज पढने के लिए छुट्टी क्यों नहीं देते हो. इस पर शिक्षक ने कहा कि उन्होंने कभी भी किसी को नमाज पढ़ने से नहीं रोका है और ये उनके अधिकार में नहीं है. आरोप है कि इस पर अकबर खान ने कहा कि सभी बच्चे कह रहे हैं. शिक्षक के अनुसार अकबर खान ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी. शिक्षक ने पुलिस से गुहार लगाते हुए कहा कि अकबर खान से उनकी और उनके पूरे परिवार की रक्षा की जाए. शिक्षक ने यह भी कहा है कि स्कूली बच्चों के सामने पिटाई से वे काफी लज्जित महसूस कर रहे हैं. उनके मन में कई तरह के नकारात्मक ख्याल आ रहे हैं.
इधर, अकबर खान ने बताया कि मैं स्कूल गया जरूर था लेकिन बच्चों के लंच ब्रेक के संबंध में उन्हें घर जाने देने की इजाजत देने की बात करने के लिए, लेकिन शिक्षक के द्वारा मार पीट और अन्य शब्दों का इस्तेमाल कर राजनीतिक रूप देने का प्रयास किया जा रहा है. मेरे तरफ से ऐसी कोई बात नही की गई है.