Chaibasa (चाईबासा) : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के मझगांव प्रखंड अंतर्गत पड़सा पंचायत के डाबुसाई गांव में मंगलवार की रात हाथियों के झुंड ने भारी तबाही मचा दी। लगभग 25 हाथियों के झुंड ने गांव में घुसकर पांच घरों को तोड़ दिया, जबकि घरों के बाहर खलिहान में रखी 30 बोरी धान को रौंदकर नष्ट कर दिया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है।

जगन्नाथपुर में दो मादा हाथियों की रहस्यमय मौत, वन विभाग ने जांच शुरू की
ग्रामीणों के अनुसार, देर रात लगभग 11 बजे खैरपाल हाथी चौक से होते हुए सिलफोड़ी जंगल के रास्ते हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश कर गया। हाथियों ने देवराज चातर, सीमा चातर और श्री चातर के घरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। देवराज चातर की लगभग पांच एकड़ में लगी धान की फसल को भी हाथियों ने रौंदकर तथा खाकर बर्बाद कर दिया। अचानक हुए हमले से ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपने-अपने घरों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे।
हाथियों के आतंक से ग्रामीण रातभर नींद खोए
घटना के बाद गांव में भय का माहौल है। ग्रामीण पूरी रात जागकर अपने परिवारों की सुरक्षा में लगे रहे। उनका कहना है कि हाथियों की आवाजाही लगातार बढ़ती जा रही है और अब वे अपने खेतों और घरों में भी सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं। कई लोगों ने बताया कि पिछले कई दिनों से हाथी आसपास के गांवों में दिखाई दे रहे थे, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
वन विभाग की कार्रवाई और मुआवजे का आश्वासन
जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम बुधवार सुबह डाबुसाई गांव पहुंची और प्रभावित परिवारों के नुकसान का आकलन किया। वन विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि हाथियों को जंगल की ओर वापस भेजने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। साथ ही पीड़ित परिवारों को नियम के अनुसार उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
ग्रामवासियों ने वन विभाग और जनप्रतिनिधियों से हाथियों के बढ़ते आतंक को रोकने के लिए स्थायी समाधान की मांग की है।
Like this:
Like Loading...