Adityapur: धनबाद के अपार्टमेंट में आगलगी की घटना के बाद हाईकोर्ट द्वारा कड़ा रुख अख्तियार करने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट दिख रहा है हाईकोर्ट के निर्देश पर जिले भर में फायर सेफ्टी व्यवस्था स्थापित होने की जांच हो रही है इसी कड़ी में आदित्यपुर नगर निगम की जांच दल द्वारा शनिवार को कई सारे कमर्शियल भवन एवं अपार्टमेंट में फायर सेफ्टी, इमरजेंसी एक्जिट, तडीत चालक यंत्र समेत अन्य प्रावधानों का जायजा लिया गया। जांच दल ने पाया कई सारे कमर्शियल भवन एवं अपार्टमेंट बिना पुख्ता फायर सेफ्टी इंतजाम के बिना ही चल रहे है ।
हादसों के वक्त जन जीवन का बचाव का इंतजाम नहीं है. कई भवनों में दूसरा दरवाजा भी नही है जो इमरजेंसी एक्जिट के तौर पर इस्तेमाल किए जा सके। सुरक्षा मानकों को लेकर निगम प्रशासन अब ऐसे भवनों को सोमवार को नोटिस निर्गत करेगी। कई कमर्शियल भवनों में संचालित दुकानों के ट्रेड लाइसेंस को निरस्त किया जाएगा, साथ ही साथ नगर निगम में ट्रेड लाइसेंस के आवेदन के समय दुकानों को प्रतिबंधित प्लास्टिक उपयोग नही करने के साथ फायर सेफ्टी उपकरण लगाने का भी सह घोषणा लिया जाएगा।
सूची तैयार कर होगी कार्रवाई
अपर नगर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद ने ऐसे भवनों का सूची जल्द से जल्द बनाकर सौंपने का निर्देश नोडल पदाधिकारी पायल को दिया । आज जांच दल द्वारा मेडिट्रिना अस्पताल, कोलकाता बाजार, दयाल ट्रेड सेंटर, ऑनिक्स होटल एवं दर्जनों कमर्शियल भवनों का जांच किया। जांच दल में नोडल पदाधिकारी श्रीमती पायल, नगर प्रबंधक देवाशीष प्रधान, परिक्षामन पदाधिकारी मोटाय बानरा एवं शिखा कुमारी उपस्थित थे ।