Jadugoda : जादूगोड़ा यूसिल फुटबॉल मैदान में आगामी फ़रवरी महीने में फिर से क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन होने जा रहा है. मृत आत्माओं को श्रद्धांजलि देने के नाम पर आयोजित किये जाने वाले इस क्रिकेट से आयोजको को हर साल लाखों रुपयों की नगद आमदनी होती है. जिसका पता उन परिवारों को नहीं होता है.
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उन्हें लगता है की उनके परिजनों को श्रद्धांजलि देने के लिए ये आयोजन किया जा रहा है. मगर यहाँ कहानी कुछ और ही है. क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन के साथ ही क्रिकेट के नाम पर खुलेआम जुआ और सट्टा का बाज़ार सजता है. यहाँ खेलने वाली टीमो के रेट फिक्स किये जाते हैं और मैदान के पास मौजूद बुकी सभी सट्टा खेलने वालों से रकम की बुकिंग करता है. मजे की बात ये है की यहाँ खेलने आये टीमो के खिलाडियों को ये पता भी नहीं होता की वो बिक चुके हैं और उनके हर शॉट पर एक निश्चित रकम की बोली लगाई जा रही है.
विश्व हिन्दू परिषद् की महिला इकाई दुर्गा वाहिनी ने इस आयोजन के नाम पर होने वाले जुआ और सट्टा के धंधे तथा मैच के बाद मैदान पर लगने वाले शराबियों और मनचलों की अड्डेबाजी पर कड़ी आपत्ति जताई है. दुर्गा वाहिनी की पूर्वी सिंहभूम जिला संयोजिका अर्चना सिंह एवं प्रखंड संयोजिका पिंकी सिंह ने यूसिल के उप-महाप्रबंधक ( का०/औ० सं० ) राकेश कुमार को एक पत्र पत्रांक संख्या – यूसिल -29 /2023 दिनांक – 21 -12 -2023 लिखकर इस गलत परंपरा को रोकने की अपील की है. यूसिल को लिखे गए पत्र के अनुसार हर साल यूसिल मैदान और उसके सभी संसाधनों को मुफ्त में हासिल करके इस टूर्नामेंट के आयोजक बड़े – बड़े उद्योगपतियों, व्यापारियों और बिल्डरों से लाखों रुपयों का चंदा वसूल करते हैं. जो करीब 20 लाख रुपयों तक होती है. इसके बाद मैदान में क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है. जिसे दौरान लगने वाले सट्टे और और जुआ की रकम से जो आमदनी होती है उसकी कोई गिनती नहीं है. पत्र के अनुसार हर दिन मैच की समाप्ति के बाद मैदान में बने टेंट और पंडालो में भारी संख्या में मनचलों और शराबियों का जमावड़ा लगता है और आस – पास से गुजरने वाली महिलाओं और लड़कियों से खुलेआम छेड़खानी की जाती है. पिछले वर्ष के आयोजन में छेड़खानी का विरोध करने पर दो गुटों के बीच जबरदस्त मारपीट भी हो गयी थी. इतना ही नहीं विजेता टीम के लिए रखी गयी इनाम की पूरी राशि का भुगतान नहीं करने पर भी मैदान में भारी हंगामा हुआ था. जाहिर सी बात है जहाँ पर जुआ और सट्टा का खुलेआम कारोबार होगा वहां अपराधिक गतिविधियाँ होंगी ही.
दुर्गा वाहिनी ने यूसिल प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट करवाते हुए कहा है की लाखों रुपयों के इस काले धंधे पर पर्दा डालने के लिए आयोजको द्वारा यूसिल के सीएमडी, अधिकारियों एवं नामी बिल्डरो को समारोह में बुलाया जाता है ताकि इस अवैध जुआ और सट्टा के धंधा को कवर किया जा सके. दुर्गा वाहिनी ने इन सभी बिन्दुओं पर यूसिल प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट करवाते हुए इस आयोजन को यूसिल कॉलोनी की महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के लिए भारी खतरा बताया है.
दुर्गा वाहिनी की जिला संयोजिका अर्चना सिंह ने बताया की इस बारे में यूसिल के महाप्रबंधक राकेश कुमार से बात करके उन्हें स्थिति की गंभीरता से अवगत करवाते हुए इस कुप्रथा पर रोक लगाने का आग्रह किया गया है. इसके साथ ही शिकायत पत्र की प्रति जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक एवं उपायुक्त के साथ -साथ आर्थिक अपराध शाखा को भी भेज दी गयी है.
इधर, इस बाबत जानकारी लेने पर यूसिल के उप-महाप्रबंधक राकेश कुमार ने बताया की पूरे मामले की जानकारी उन्हें पत्र के माध्यम से मिली है. ये वाकई एक गंभीर मामला है. इस प्रकरण पर कारवाई के लिए जादूगोड़ा थाना को पत्र लिखा गया है.
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