Chaibasa (चाईबासा) : चाईबासा सदर अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ित मासूम को एचआईवी पॉजिटिव ब्लड चढ़ाने के गंभीर मामले पर झारखंड हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद झारखंड सरकार की पांच सदस्यीय विशेष जांच टीम रांची से चाईबासा पहुंची।
सदर अस्पताल चाईबासा पर गंभीर आरोप : 7 साल के मासूम को एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाने का मामला
टीम का नेतृत्व राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. दिनेश कुमार कर रहे हैं। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टरों से बातचीत की, ब्लड बैंक का निरीक्षण किया और कई सैंपल भी कलेक्ट किए। जांच के दौरान ब्लड बैंक में कई खामियां सामने आईं। टीम ने थैलेसीमिया वार्ड का भी निरीक्षण किया, जहां 5 बच्चों के एचआईवी संक्रमित होने की आशंका जताई गई है। इन बच्चों की जांच की जा रही है।

गौरतलब है कि बीते शुक्रवार मजदूर कामगार यूनियन के नेता माधव चंद्र कुंकल ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनकी लापरवाही से एक 7 वर्षीय थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे को एचआईवी पॉजिटिव ब्लड चढ़ा दिया गया। इसी आरोप की जांच के लिए रांची से टीम भेजी गई।
जांच के बाद स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि संबंधित बच्चे को 13 सितंबर को ब्लड चढ़ाया गया था और 18 अक्टूबर को उसकी एचआईवी जांच की गई, जिसमें बच्चा पॉजिटिव पाया गया। फिलहाल संक्रमण के स्रोत का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन, अस्पताल उपाधीक्षक और कार्यक्रम से जुड़े सभी अधिकारियों से बात की गई है।
जिले में इस समय लगभग 515 एचआईवी संक्रमित मरीज हैं, जिनका नियमित इलाज चल रहा है। टीम ने स्पष्ट किया कि मामले की गहन जांच जारी है और जल्द ही पूरे तथ्यों को सामने लाया जाएगा।
http://सदर अस्पताल चाईबासा प्रबंधन समिति की हुई बैठक, लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय


