सरायकेला: जिले के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. सोमवार सुबह चांडिल थाना क्षेत्र अंतर्गत मानीकूई के पास तारकुआं गांव में जंगली हाथी द्वारा एक घर को छतिग्रस्त किए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने घंटों सड़क जाम रखा.
दरअसल तारकुंआ गांव निवासी बिनोती सिंह सरदार नामक महिला के घर और बाउंड्रीवाल को जंगली हाथी द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए मुआवजा की मांग को लेकर चांडिल- कांड्रा मार्ग सुबह 8:00 बजे से जाम कर दिया. जिससे सड़क पर यातायात प्रभावित रहा. घटना की जानकारी चांडिल पुलिस को मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा आक्रोशित ग्रामीण महिलाओं को समझा-बुझाकर सड़क जाम हटाते हुए आवागमन शुरू कराया गया.
एक सप्ताह से जंगली हाथी ने जमाया है डेरा, वन विभाग ने नहीं की कार्रवाई
आक्रोशित तारकुआं गांव के ग्रामीणों ने बताया कि झुंड से बिछड़े जंगली हाथी ने बीते एक सप्ताह से मानीकूई के आसपास के क्षेत्रों में अपना डेरा जमाया हुआ है. वन विभाग द्वारा हाथी को भगाने को लेकर कोई ठोस उपाय नहीं किए गए. जिसके चलते हाथी द्वारा घरों को नुकसान पहुंचा रहा है. गांव की आक्रोशित महिलाओं ने वन विभाग से कार्रवाई के साथ मुआवजे की भी मांग की है. इधर मौके पर मौजूद प्रखंड प्रमुख अमला मुर्मू ने बताया कि अक्सर हाथियों द्वारा उत्पात मचाया जाता है, लेकिन वन विभाग के ढुलमुल रवैया के चलते हाथियों का झुंड बार-बार यहां पहुंचता है. जिससे ग्रामीण दहशत में जीने को विवश हैं. इस मौके पर विरोध करने वाली महिलाओं में प्रमुख रूप से महिला समिति मंजू गोराई, योसना गोप ,मंजू सिंह सरदार, अंजना गोस्वामी, किरण लोहार, सरस्वती सिंह सरदार समेत कई महिलाएं मौजूद रही.