Chaibasa :- झारखंड मुक्ति मोर्चा के ओर से जारी किए गए बयान पर कांग्रेसियों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि किसी भी पार्टी या राजनीतिक दल का अपना एजेंडा होता है, उसके अनुरूप कार्य करती है. झारखंड मुक्ति मोर्चा का भी आंतरिक मामला हो सकता है, चुनाव लड़ना अधिकार सभी राजनीतिक दल का है. उक्ते बातें कांग्रेस के जिला प्रवक्ता जितेन्द्र नाथ ओझा ने झामुमो के बयानबाजी करने के बाद कही.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कोई शिकवा शिकायत नहीं, वैसे चुनाव लड़ना महागठबंधन के अंतर्गत केंद्र और राज्य की केंद्रीय कमिटी तय करती है कि किस सीट पर कौन लड़ेगा और कांग्रेस पार्टी इसका सम्मान करती है. लेकिन पश्चिमी सिंहभूम जिला के झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों के द्वारा सांसद गीता कोड़ा के कार्यप्रणाली पर सार्वजनिक रूप से प्रश्नचिन्ह उठाने पर कांग्रेस पार्टी में स्वाभाविक रुप से प्रतिक्रिया तो देगी. सांसद निधि की सर्वजनिक रुप से चर्चा, जिला परिषद अध्यक्ष चुनाव में मदद ना करने का बेबुनियाद आरोप, जबकि जिला परिषद का चुनाव दलीय आधार पर नहीं हुआ था. खतियानी जोहार यात्रा में झारखंड मुक्ति मोर्चा के द्वारा किसी तरह का निमंत्रण सांसद गीता कोड़ा को नहीं दिया जाना और उस पर आरोप लगाना की जोहार यात्रा में सांसद शामिल नहीं हुई कहां तक उचित है? दूसरी ओर कांग्रेस के द्वारा भी भारत जोड़ो यात्रा, आजादी गौरव यात्रा और तीन काले कृषि कानून के खिलाफ चलाए गए, आंदोलन आदि कार्यक्रमों में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कभी सहयोग नहीं किया. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं के द्वारा गाहे-बगाहे यह कहना कि कांग्रेस को लोकसभा सीट गिफ्ट में दिया गया है. क्या मर्यादा का उल्लंघन नहीं है, जबकि लोकसभा चुनाव में महागठबंधन में बड़े भाई की भूमिका में कांग्रेस है.
जय भारत समानता पार्टी का कांग्रेस में विलय के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और सांसद गीता कोड़ा के नेतृत्व में कोल्हान में कांग्रेस किसी की मोहताज नहीं है. कोई भले मुंगेरीलाल के हसीन सपने पाल ले पर कोल्हान की राजनीति में कांग्रेस एक शक्ति बनकर उभरी है इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है.
प्रतिक्रिया देने वालों में कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास , प्रखंड अध्यक्ष दिकु सवैयां, जिला बीस सूत्री सदस्य त्रिशानु राय शामिल थे.