Adityapur: आदित्यपुर नगर निगम कार्यालय द्वारा बिना नक्शा पारित किए गए भवन निर्माण पर कार्रवाई करते हुए भवन को सील किए जाने के बाद, भवन मालिक द्वारा जबरन सील तोड़कर कार्य प्रारंभ किए जाने के विरुद्ध, नगर निगम द्वारा कार्रवाई करते हुए संबंधित अधिनियम और आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज कराया जाएगा.
नगर निगम प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार आदित्यपुर नगर निगम वार्ड संख्या 24 ईच्छापुर ग्वालापाड़ा निवासी प्रॉपर्टी डीलर रणवीर सिंह नामक व्यक्ति द्वारा अपने निजी जमीन पर बिना नक्शा पारित किया भवन निर्माण धड़ल्ले से जारी रखने के विरुद्ध नगर निगम द्वारा 1 अक्टूबर 2022 को भवन निर्माण कार्य पर रोक लगाते हुए भवन को सील किया गया था ,इससे पूर्व नगर निगम प्रशासन द्वारा नोटिस संख्या 4445 निर्गत करते हुए प्रॉपर्टी डीलर को सूचित किया गया था, लेकिन नोटिस का तमिल कराने गए पत्रवाहक वन बिहारी लोहार के साथ प्रॉपर्टी डीलर रणवीर सिंह द्वारा अभद्र व्यवहार और गाली- गलौज करने संबंधित आरोप लगे हैं. नगर निगम के नोटिस की अनदेखी करते हुए सील तोड़ प्रॉपर्टी डीलर द्वारा निर्माण कार्य जारी रखा गया. जिस पर नगर निगम द्वारा शिकंजा करते हुए अब झारखंड नगर पालिका अधिनियम 2011 की धारा 426, 427 एवं 428 के तहत कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा नगर निगम प्रशासन द्वारा आईपीसी की धारा 188 ,353 ,504, 506 के तहत मुकदमा भी दर्ज करने की कवायद शुरू कर दी गई है।
15 दिन में हर्जाना जमा नहीं करने पर लगेगा 2 लाख अर्थ दंड
नगर निगम प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि 15 दिन के अंदर प्रॉपर्टी डीलर रणवीर सिंह द्वारा हर्जाना का भुगतान नहीं किया जाता है तो 2लाख तक अर्थ दंड ,झारखंड नगर पालिका अधिनियम के तहत लगाया जाएगा, इसके अलावा ब्याज के साथ हर्जाना की राशि वसूल की जाएगी.
नगर निगम अधिकारी कर रहे हैं भैया दोहन: रणवीर सिंह
पूरे प्रकरण पर प्रॉपर्टी डीलर रणवीर सिंह का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी जबरन इनका भैया दोहन कर रहे हैं, अपने पुश्तैनी जमीन पर ये स्टाफ क्वार्टर का निर्माण कर रहे हैं, जिस पर नगर निगम द्वारा जबरन शिकंजा कसने का प्रयास कर इनका भैया दोहन किया जा रहा है. इन्होंने कहा है कि पत्रवाहक के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया, और एक वर्ष पूर्व किया गया सील पुराना होकर जर्जर हो चला है जो देखने पर लग रहा है कि वह टूट गया है. जिसके साथ इन्होंने छेड़छाड़ नहीं की है, वहीं उन्होंने बताया कि नक्शा पारित करने को लेकर इन्होंने निगम कार्यालय में फीस जमा कर दी है जिसकी रसीद उनके पास मौजूद है.