चाईबासा : सदर अस्पताल, चाईबासा द्वारा प्रकाशित ईच्छा की अभिव्यक्ति निविदा के अनियमितता के संदर्भ प०सिंहभूम जिला बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के सदस्य त्रिशानु राय ने शनिवार को प०सिंहभूम जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल को पत्र लिखकर निविदा को तत्काल रद्द करने का मांग किया है ।
सदर अस्पताल , चाईबासा द्वारा इच्छा की अभिव्यक्ति अंतर्गत ICU , PICU एवं Dialysis का संचालन हेतु जो निविदा निकाली गई उसमे कई अनियमितता है ।
सौपें पत्र में त्रिशानु राय में कहा कि :-
1. निविदा में यह कहीं भी जिक्र नहीं है कि जिसका आयुष्मान कार्ड नहीं है उसका ICU, PICU, Dialysis , ईलाज कैसे होगा।
2. प०सिंहभूम जिला के ग्रामीण क्षेत्र के लोग जो सदर अस्पताल , चाईबासा आ रहे है वो क्या सोचकर अस्पताल आएँगे कि सरकारी अस्पताल जा रहे है या PP Mode Private अस्पताल ।
3. अगर कोई Patient अस्पताल में भर्ती है और उसको ICU की जरूरत पड़ता है तो क्या वो Admission ICU में ले पाएगा ? Patient (Free) निशुल्क इलाज से Paid ICU में कैसे भर्ती होगा।
4. सड़क दुर्घटना में घायल – चोटिल व्यक्ति के पास दुर्घटना के समय आयुष्मान कार्ड आपातकाल स्थिति में उपलब्ध नहीं होने पर ICU में ईलाज कैसे होगा यह भी निविदा में स्पष्ट नहीं है ।
5. PP Mode के लिए निकाली गई निविदा मे यह कही भी जिक्र नहीं किया गया है कि Patient को भर्ती के लिए कितना Security Deposit, Bed Charge इत्यादि अपने खर्चों पर वहन करना होगा।
6. Dialysis Unit का MOU जब पुराना वाला चल रहा है फिर भी इसका नया Tender क्यों निकाला जा रहा है ।
7. PP Mode में संचालित PICU, ICU एवं Dialysis संचालन का पूरा Profit Agency ले जाएगा। जबकि सारा Infrastructure, व्यवस्था अस्पताल का रहेगा। इस PP Mode में Profit Sharing नहीं है।
8. PICU और ICU अलग-अलग चलाना चाहिए। जबकि अस्पताल प्रबंधन इसे एक ही स्थान पर चलाने का Planning है , जो कि असंभव और तर्कसंगत नहीं है।
9. आर्थिक स्थिति से आसक्षम जरुतमंद लोग Paid ICU, PICU का पैसा कहाँ से दे पाएँगे।
10. यह निविदा Online होना चाहिए तथा इसकी प्रकाशन अवधि न्यूनतम 22 दिनों का होना चाहिए, जो कि नहीं है।
11. IPH Norms के हिसाव से Medical Officer, Technician इत्यादि का Degree का निर्धारण सही तरीके से निविदा में नहीं किया गया है।
12 पूर्व से कार्यरत जो Staff ICU, PICU, Dialysis Unit में कार्यरत है, और जो अब Trend हो गए है। उनलोगो के भविष्य का क्या होगा ? वो लोग कहाँ जाएँगे।
त्रिशानु राय ने आगे पत्र में कहा कि कुल मिलाकर ये निविदा में काफी अनियमितता है तथा लोकहित के लिए सही नहीं है। राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि सभी का निःशुल्क ईलाज सरकारी अस्पताल में हो।
त्रिशानु राय ने पत्र की प्रतिलिपि सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा
एवं असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी प०सिंहभूम डॉ०साहिर पाल को प्रेषित किया है ।