Hatgamhariya : आदिवासी “हो” समाज महासभा के वार्षिक अधिवेशन-सह-दियूरी सम्मेलन के समापन समारोह में मगे पोरोब बोंगा-बुरू के संबंध में दियुरियों के बीच संवाद स्थापित कर सवाल-जवाब किया गया। महासभा की नियमावली के तहत आदिवासी “हो” समाज महासभा के एक महिला महासभा का केन्द्रीय कमिटि, तीन जिला कमिटि एवं एक अनुमंडल कमिटि का गठन किया गया। नये कमिटि के पदाधिकारियों को पौधा देकर स्वागत किया गया और शपथ भी दिलाया गय।
दो-दिवसीय वार्षिक अधिवेशन के जरिए निम्नलिखित कमिटियों का गठन किया गया :-
(1) *आदिवासी हो समाज महिला महासभा* :
अध्यक्ष – अंजु सामड
उपाध्यक्ष – नागेश्वर जारिका
सचिव : विमला हेम्ब्रम
कोषाध्यक्ष : इन्दु हेम्ब्रम
(2) *आदिवासी हो समाज महासभा*
*जिला कमिटि, पश्चिमी सिंहभूम* : अध्यक्ष- विनोद संवैया
उपाध्यक्ष : दिलीप बोयपाई
सचिव -श्रीराम सुंडी
कोषाध्यक्ष -सिकंदर सुंडी
(3) आदिवासी हो समाज महासभा
*ज़िला कमिटि, सरायकेला-खरसाँवां* : अध्यक्ष : सुरेश सोए
उपाध्यक्ष : हरीश चन्द्र बानरा
सचिव : करण उगुरसंडी
कोषाध्यक्ष : जयसिंह डाँगिल
(4) आदिवासी हो समाज महासभा जिला कमिटि, पूर्वी सिंहभूम
अध्यक्ष : रायमूल बानरा
उपाध्यक्ष : कैलाश बिरुवा
सचिव : सोमनाथ पड़ेया
कोषाध्यक्ष : दुर्गाचरण बारी
(4) अनुमंडल कमिटि, जगन्नाथपुर
अध्यक्ष : भूषण लागुरी
उपाध्यक्ष : नारायण पिंगुवा
सचिव : सुभाष लागूरी
कोषाध्यक्ष : सोमेश्वर लागूरी
इन सभी नये कमिटि के पदाधिकारियों को आदिवासी “हो” समाज महासभा की नियमावली के तहत संगठन विस्तार करने का निर्देश दिया गया। इस दौरान महासभा महासचिव सोमा कोड़ा के द्वारा केन्द्रीय कमिटि का प्रतिवेदन साझा किया।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि के रूप में जगन्नाथपुर विद्यायक सोनाराम सिंकू ने समापन समारोह के संबोधन में कहा कि समाज की उन्नति के लिए कार्यक्रम का होना जरूरी है। कार्यक्रम के माध्यम से नयी पीढ़ी समाज की संस्कृति सीखेंगे। शिक्षा लेना तो जरूरी मगर सामाजिक-परंपरा को जानना भी उतना ही महत्व है। लोगों को भटकने से रोकना है। दियुरियों को विद्यायक जगन्नाथपुर एवं गणमान्य लोगों के पारंपरिक गमचा और पौधा देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पूर्व डिप्टी स्पीकर देवेन्द्र नाथ चांपिया, जगन्नाथपुर प्रमुख बुधराम पुरती, महासभा के अध्यक्ष मुकेश बिरूवा,युवा महासभा के पूर्व अध्यक्ष भूषण पाट पिंगुवा, महासभा परिवार से जवाहर लाल बंकिरा, बामिया बारी, सोमा कोड़ा, चैतन्य कुंकल, हरिश चंद्र सामड, छोटेलाल तामसोय, गब्बरसिंह हेम्ब्रम, सुशील सवैंया, महर्षि महेन्द्र सिंकू, शंकर चातोम्बा, गलाय चातोम्बा, बलराम लागुरी, सिकंदर हेम्ब्रम, ओएबन हेम्ब्रम, बिन्दु लागुरी, सोनाराम पुरती, रामेश्वर सवैंया आदि महासभा, युवा महासभा एवं सेवानिवृत संगठन के लोग मौजूद थे।