Saraikela:सरायकेला जिले में शनिवार सुबह से कुड़मी समाज का रेल टेका आंदोलन जोर पकड़ता दिखा। बड़ी संख्या में समुदाय के लोग सीनी रेलवे स्टेशन के समीप इकट्ठा हुए और रेलवे ट्रैक पर धरना देकर आवागमन बाधित कर दिया।

आंदोलनकारियों ने हावड़ा–मुंबई रेल ट्रैक को जाम कर दिया, जिससे कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ। यात्रियों को घंटों स्टेशन और ट्रेनों में फंसे रहना पड़ा।प्रदर्शनकारी हाथों में बैनर और झंडे लिए अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। उनकी मुख्य मांग है कि कुड़मी समाज को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची में शामिल किया जाए। आंदोलनकारियों ने साफ कहा कि उनकी लड़ाई सामाजिक है, राजनीति से इसका कोई लेना-देना नहीं है। समुदाय का कहना है कि वे सदियों से आदिवासी रहे हैं, लेकिन सरकारी सूची में उनकी उपेक्षा की जा रही है।
स्थिति बिगड़ने से पहले ही प्रशासन सक्रिय हो गया। रेलवे ट्रैक पर भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई। जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। बावजूद इसके, प्रदर्शनकारी अपने रुख पर अड़े रहे और चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। कुड़मी समाज ने सरकार को स्पष्ट संदेश दिया है कि यदि उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है। फिलहाल प्रशासनिक प्रयास जारी हैं।