आदित्यपुर: जिला उपायुक्त नितीश कुमार सिंह के आश्वासन के बाद आदित्यपुर नगर निगम के पूर्व पार्षदों ने शनिवार शाम अपना आमरण अनशन समाप्त कर दिया।

पूर्व पार्षद नगर निगम प्रशासन की मनमानी, अव्यवस्थित सफाई व्यवस्था और मनमाने टैक्स वसूली के खिलाफ नगर निगम कार्यालय के समीप भूख हड़ताल पर बैठे थे।जैसे ही अनशन की जानकारी जिला प्रशासन को मिली, उपायुक्त हरकत में आए और उन्होंने पूर्व पार्षदों की मांगों पर सकारात्मक पहल की। डीसी ने वार्ड संख्या 17 के जयप्रकाश उद्यान सड़क निर्माण कार्य को स्वीकृति देने का भरोसा दिया। साथ ही अन्य लंबित मुद्दों पर भी सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने की आजादी है, लेकिन किसी भी समस्या का समाधान वार्ता से ही निकल सकता है। डीसी ने स्पष्ट किया कि जनप्रतिनिधियों का सम्मान सर्वोपरि है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी जनप्रतिनिधि या आम नागरिक की जायज मांग को गंभीरता और संवेदनशीलता से सुना जाए। उपायुक्त के इस संदेश के बाद आदित्यपुर नगर निगम की उप नगर आयुक्त पारुल सिंह और कार्यपालक पदाधिकारी पंकज कुमार झा अनशन स्थल पहुंचे। उन्होंने आंदोलनरत पूर्व पार्षदों से संवाद किया और उन्हें पानी पिलाकर अनशन समाप्त कराया। इसके बाद पूर्व पार्षदों ने उपायुक्त और नगर निगम प्रशासन के प्रति आभार जताया, लेकिन साथ ही चेतावनी दी कि अगर वादों पर अमल नहीं हुआ तो वे फिर से आमरण अनशन शुरू करेंगे।

गौरतलब है कि यह अनशन नीतू शर्मा और रंजन सिंह के नेतृत्व में शुरू किया गया था जिसमे पूर्व पार्षदों में अभिजीत महतो, रिंकू रॉय, ममता बेंज, जुली महतो,विक्रम किस्कु, बरजोराम हांसदा शामिल थे, उनका आरोप था कि नगर निगम क्षेत्र में पिछले दो वर्षों से अनाप-शनाप टैक्स वसूला जा रहा है, जबकि शहर की सफाई व्यवस्था और मूलभूत सुविधाएं पूरी तरह चरमराई हुई हैं।

