सरायकेला: जिले के आरआईटी थाना क्षेत्र अंतर्गत रायडीह बस्ती में बेखौफ़ जुआ के धंधेबाजो ने पुलिस प्रशासन को चुनौती देते हुए शुक्रवार शाम ढलते ही एक बार फिर अवैध जुआ का खेल शुरू किया, जहां अपराधी किस्म के युवकों के जमावड़े के बीच हजारों के दांव धड़ल्ले से लगाए जा रहे थे इस बीच पुलिस को भनक लगने के बाद रेड करने से पहले ही सभी जुआरी मौके से फरार हो गए.
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आरआइटी थाना क्षेत्र के रायडीह बस्ती में शुक्रवार रात पुलिस ने एसपी विमल कुमार के निर्देश पर जुआ के अड्डे पर दबिश दी। पुलिस के पहुंचते ही मौके से जुआरी फरार हो गये, वहीं दुसरी ओर पुलिस मौके पर बने अस्थायी जुआ अड्डे को ध्वस्त करते हुए कुर्सी, जुआ खेलने में प्रयुक्त ताश आदि बरामद किया। वहीं जुआ संचालक के संबंध में जानकारी लेकर उसपर प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
जानकारी के अनुसार रायडीह बस्ती रेलवे लाईन के किनारे सरकारी जमीन को घेरकर कुछ असमाजिक तत्व वहां अवैध निर्माण कराया, फिर वहीं जुआ का धंधा शुरू कराया गया। यहां पर शहर के विभिन्न कोनो से जुआरी पहुंचकर जुआ में दांव लगा रहे थे। बस्ती में जब असमाजिक तत्वों की दबिश बढ़ने लगी तो स्थानीय लोगो ने नाराजगी व्यक्त करते हुए इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की। लेकिन पुलिस कार्रवाई करने में ढ़िलाई बरतती रही। जब इस मामले की जानकारी मीडियाकर्मियों को हुई तो कैमरे के साथ मौके पर पहुंचे मीडियाकर्मियों ने देखा कि बड़े पैमाने पर यहां जुआ संचालित हो रहा है। जिसके बाद मामले की जानकारी सरायकेला पुलिस अधीक्षक डॉ0 बिमल कुमार को दी गयी। पुलिस अधीक्षक ने स्थानीय थाना को कड़ी फटकार लगाते हुए अविलंब इसपर कार्रवाई के निर्देश दिये। जिसके बाद मौके पर आरआइटी थाना के पुलिस पदाधिकारी रामजतन कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे। लेकिन पुलिस को देखते सभी जुआरी मौके से फरार हो गये। पुलिस ने इस जुआ के अड्डे को ध्वस्त कर दिया है। वहीं जुआ खेलवानेवाले मुख्य सरगना के नाम की जांच कर रही है। इधर थाना प्रभारी सागर लाल महथा ने बताया कि थाना क्षेत्र में सक्रिय कुछ असमाजिक तत्व अपने संरक्षण में जुआ का धंधा संचालित कर रहे है, जिनका सत्यापन कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बीती रात से शुरू हुआ था जुआ का खेल
आरआइटी थाना क्षेत्र के रायडीह बस्ती में जुआ खेलवाने का यह पहला मामला नहीं है। पूर्व में भी यहां बड़े पैमाने पर जुआ संचालक द्वारा एक दिंदली बस्ती का रहनेवाला एक दलाल के माध्यम से जुआ संचालित करवा रहा था। जिसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक को मिलने के बाद पुलिस ने जुआ के अड्डे को ध्वस्त कर दिया था। लेकिन पुन: यहां जुआ शुरू हो जाना स्थानीय थाना पुलिस की भुमिका पर सवाल खड़ा कर रहा है।