आदित्यपुर: इंटक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पाँडेय ने नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र की भाजपा सरकार के उपर मजदूरों के अधिकारों पर कुठाराघात करने तथा कानूनों को समाप्त करने का आरोप लगाया है. और कहा है कि केन्द्र सरकार के द्वारा श्रम कानूनों में किया जा रहा संशोधन अथवा बनाया जा रहा नया कानून पूंजीपतियों के हित मे है. और इसमें श्रमिकों की अनदेखी की जा रही है. ऐसी स्थिति मेे हम इंटक के संगठन को मजबूत कर मजदूरों के हित की लड़ाई लड़ने की तैयारी में जुट गये हैं.
राकेश्वर पाँडेय, इंटक के प्रदेश अध्यक्ष
श्री पाँडेय ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुए महाधिवेशन का उल्लेख करते हुए कहा कि अधिवेशन में सरकार के श्रम विरोधी रवैये और नीतियों के विरुद्ध अनेक संकल्प लिये गये हैं. क्योंकि पूंजीपतियों की वर्तमान केन्द्र सरकार मजदूरों के हितों पर कुठाराघात करते हुए मजदूर हित वाले श्रम कानूनों को समाप्त करने पर समाप्त करने पर तुली हुई है. महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा, चिकित्सा के बारे में सरकार बातें नहीं करती है. अब-तक 29 श्रम कानूनों को समाप्त किया गया है. श्री पाँडेय ने कहा कि हमारे पास एक हीं रास्ता है कि हम लड़ें और अपने हक के लिए संघर्ष करें. आज ट्रेड यूनियन के लोग एकजुट होकर सरकार की श्रम विरोधी नीतियों का विरोध कर रहे हैं. क्योंकि हमें सरकार और पूंजीपति वर्ग दोनों से लड़ना है. श्री पाँडेय ने आगामी 3 मई को भव्यता के साथ इंटक का स्थापना दिवस मनाए जाने की बात भी कही. और कहा कि इससे पूर्व एक मई को उल्लासपूर्ण महौल में मई दिवस भी मनाया जायेगा.
इंटक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पाँडेय के द्वारा प्रदेश कमिटी का विस्तार किया गया है. विस्तारित प्रदेश कमिटी में चन्दन सिंह, मनोज कुमार सिंह, चन्द्रशेखर मिश्रा (हजारीबाग) व निशांत कुमार सिंह (रामगढ़) को संयुक्त सचिव, मनोरंजन कुमार निराला (बोकारो), विनीता राय को संगठन सचिव तथा अधिवक्ता आलोक चटर्जी को कानूनी सलाहकार बनाया गया है. जिलाध्यक्ष के पी तिवारी के द्वारा इंटक की जिला कमिटी का विस्तार किया गया है. विस्तारित जिला कमिटी में पंकज कुमार सिंह व विनोद सिंह को महासचिव, राजेश तिवारी व राम विचार राय को सचिव तथा जैनेन्द्र कुमार सिंह, प्रकाश ओझा एवं उषा यादव को सह सचिव बनाया गया है. मौके पर इंटक जिलाध्यक्ष के पी तिवारी, प्रान्तीय संयुक्त महासचिव महेन्द्र मिश्रा, प्रान्तीय उपाध्यक्ष विनोद राय, कोल्हान प्रभारी सचिव राणा प्रताप सिंह, जगदीश नारायण चौबे, देबू चटर्जी, जगन्नाथ महतो, सुशील सिंह, सुनील कुअँर आदि उपस्थित थे.