Adityapur: आदित्यपुर नगर निगम में पैसे लेकर चहेते ठेकेदार को लाभ मिलता ना देख योजना रद्द किए जाने के शिकायतवाद पर मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा जांच के आदेश निर्गत किए गए हैं।
मुख्यमंत्री सचिवालय पत्रांक संख्या 2705657 में जन शिकायत कोषांग परिवाद के संबंध में राज्य नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव को एक पक्ष के अंदर मुख्यमंत्री सचिवालय को जांच उपरांत स्थिति अवगत कराने का आदेश दिया गया है। मामले को लेकर नगर विकास विभाग के अवर सचिव ने आदित्यपुर नगर निगम के अपर नगर आयुक्त को निविदा संख्या 07/2012-22 शिकायत के बाद कार्यपालक पदाधिकारी के विरुद्ध जांच का जिम्मा सौंपा गया है। जिसमें आदेश निर्गत किया गया है कि जांच उपरांत विभाग को वस्तु स्थिति से अवगत कराना है। बता दे कि मेघ सिंह ,पावर ऑफ अटॉर्नी खुशी एंटरप्राइजेज द्वारा चहेते ठेकेदार को लाभ मिलता ना देख योजना रद्द किए जाने के मामले को लेकर मुख्यमंत्री जन शिकायत कोषांग में शिकायत की गई थी।
तुलनात्मक विवरण में गड़बड़ी ,टेंडर डालने में कार्यालय के कंप्यूटर प्रयोग किए जाने की शिकायत
शिकायतकर्ता मेघ सिंह पावर ऑफ अटार्नी खुशी इंटरप्राइजेज द्वारा विगत दिनों टेंडर गड़बड़ी मामले को लेकर मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव ,नगर विकास सचिव, समेत उपायुक्त कार्यालय में लिखित शिकायत की गई थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि तुलनात्मक विवरण बनाने वाले अधिकारियों ने टेंडर योजना नाम की हेडिंग, कार्य प्राक्कलन दर बदलकर तुलनात्मक विवरण में दर्शाया गया है कि अग्रधन की राशि कम डाली गई है। जबकि जो तुलनात्मक विवरण दर्शाया गया है वह ई निविदा ग्रुप का हैं. जबकि इन्होंने ई निविदा ग्रुप में टेंडर नहीं डाला था। शिकायत पत्र के माध्यम से उन्होंने कार्यालय के कंप्यूटर से टेंडर डाले जाने की भी बात कही है।