आदित्यपुर: आदित्यपुर थाना क्षेत्र में अवैध बालू खनन मामले पर थाना प्रभारी राजन कुमार द्वारा किए गए दावे खोखले साबित हुए हैं। 12 फरवरी को आदित्यपुर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में पत्रकार द्वारा अवैध बालू खनन मामले पर पूछे गए सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए दावे के साथ कहा था कि थाना क्षेत्र में कहीं उठाव नहीं होता. अगर कहीं उठाव होता है तो इसकी जानकारी दें कार्रवाई होगी। लेकिन इनके दावे के ठीक 9 दिन बाद ही सापडा नदी घाट पर दिन के उजाले में बालू उठाव बदस्तूर जारी रहा।
PCR पार कराते बालू ट्रैक्टर , वायरल वीडियो
थाना प्रभारी द्वारा किए गए दावे
22 फरवरी सुबह 9 बजे आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सापड़ा मार्ग पर पुलिस पीसीआर वैन द्वारा बालू ट्रैक्टर रुकवा कर वसूली किए जाने और ट्रैक्टर को पासिंग कराए जाने का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस संबंध में पूछे जाने पर थाना प्रभारी राजन कुमार ने बताया कि इन्हें कोई जानकारी प्राप्त नहीं है। वही 21 फरवरी, समय दोपहर 1.45 मिनट पर सपड़ा घाट से नदी के अंदर घुस कर ट्रैक्टर और ड्राम के नाव पर बालू उठाव जमकर होता रहा. इस मामले को लेकर जब थाना प्रभारी को कुछ देर बाद सूचित किया गया तो ,इन्होंने पहले अवैध खनन होने की बात से साफ इनकार किया. बाद में कहा की सूचना पहले दी जानी चाहिए ताकि कार्रवाई हो सके. इतना ही नहीं इन्होंने सूचना देने वाले को कहा कि वे भी साथ चलें या अपने स्तर से पता करें कि क्या उठाव हो रहा है अथवा नहीं. थाना प्रभारी की ये बातें संदेह उत्पन्न करती हैं। बता दें कि सपड़ा और इससे सटे कपाली ओपी के गौरी घाट से अक्सर अवैध उत्खनन होता रहा है. जिसे रोकना शायद नामुमकिन है. यहां पुलिस प्रशासन द्वारा अवैध बालू के विरुद्ध कार्रवाई तो की जाती है लेकिन कार्रवाई से पहले ही बालू माफियाओं को सूचना लीक हो जाती है .जिसका फायदा उठाकर या तो भाग खड़े होते हैं या फिर अवैध बालू खनन बंद कर देते हैं।
सपड़ा और गौरी घाट पर दिन में होता बालू उठाव
मुख्यमंत्री जोहार यात्रा को लेकर बंद था अवैध -धंधा फिर से हुआ शुरू
विगत 30 जनवरी को सरायकेला जिला में आयोजित मुख्यमंत्री ख़ातियानी जोहार यात्रा को लेकर तकरीबन सभी नदी घाटों से बालू उठाव पूरी तरह से रोक दिया गया था. लेकिन एक बार फिर अवैध बालू का उठाव शुरू किया जा चुका है. गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पुलिस अधीक्षक को भी अवैध बालू उठाव रोके जाने संबंधित सख्त निर्देश दिए गए थे।