Aaditypur: सरायकेला-खरसावां जिले के पाथरडीह शहरबेरा आसानबनी स्थित स्वर्णरेखा नदी में छठ पूजा के दौरान हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे आदित्यपुर और चांडिल क्षेत्र को शोक में डुबो दिया है।
ये भी पढ़े:-Chandil : चांडिल छठ घाट हादसे में दो के शव मिले, रेस्क्यू जारी

रायडीह बस्ती वार्ड नंबर 28, आदित्यपुर नगर निगम निवासी संजय यादव (42) अपने पुत्र प्रतीक यादव (19) के साथ छठ घाट पर पूजा करने पहुंचे थे। इसी दौरान डिमना बस्ती निवासी आर्यन यादव (14) पुत्र मनोज कुमार यादव भी नदी में नहाने उतरा, जहां तीनों की डूबने से मौत हो गई।घटना के बाद एनडीआरएफ टीम और स्थानीय गोताखोरों ने रेस्क्यू अभियान शुरू किया। सोमवार शाम आर्यन यादव का शव बरामद कर लिया गया था, जबकि मंगलवार सुबह संजय यादव का शव मिला। वहीं प्रतीक यादव के शव की खोज में तैराकों को काफी मशक्कत करनी पड़ी और अंततः दोपहर करीब 3:30 बजे उसे नदी से निकाला गया।

घटनास्थल पर पहुंचे आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह ने तैराकों और गोताखोरों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि पिता-पुत्र की एक साथ मौत बेहद हृदयविदारक है और पूरा आदित्यपुर इस दुख में डूबा हुआ है। उन्होंने सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार को निर्धारित 4 लाख रुपये के साथ-साथ 25 लाख रुपये अतिरिक्त मुआवजा दिया जाए। साथ ही उन्होंने तैराकों और गोताखोरों को प्रशिक्षण देकर संविदा के आधार पर नियोजन की भी अपील की।वही अधिवक्ता ओमप्रकाश ने कहा है कि प्रशासन के द्वारा उक्त स्थल को डेंजर जॉन घोषित करने के बावजूद भी कुछ लोग जाने- अनजाने में उक्त जगह नदी किनारे छठ करने पहुंच गए थे.हादसे की सूचना मिलते ही जिले के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक एवं सभी सरकारी मशीनरी ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू करने का हर प्रयास किया लेकिन दुर्भावश नहीं बचाया जा सका. लेकिन इस हादसे ने समाज को एक बड़ा मैसेज दिया की प्रशासन के द्वारा दी गई वैधानिक चेतावनी – सलाह को आम जनता भविष्य में कभी नजर अंदाज न करें.

