Chaibasa:- अगर आदिवासी नही जागेंगे और अपने अधिकार की लड़ाई से पीछे हटेंगे तो दूसरे लोग हावी होंगे. सामाजिक-धार्मिक-आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से हम सभी पीछे होते जाएंगे. हम सभी जीवन भर दारू-मुर्गा-हड़िया एवं पैसे के चक्कर में वोट डालते रहेंगे तो ग्रामीण एवं सामाजिक विकास कोंसो दूर रहेगा. उक्त बातें खूँटपानी प्रखंड क्षेत्र के ऊपरलोटा गाँव में आदिवासी बचाओ महारैली को सफल बनाने हेतु संपर्क अभियान कार्यक्रम के दौरान आदिवासी हो समाज युवा महासभा के महासचिव गब्बर सिंह हेम्ब्रम ने कहीं.
गाँव-गाँव संपर्क अभियान के माध्यम से गब्बरसिंह हेम्ब्रम ने ग्रामीणों से अपील किया कि समाज में बाहरी शक्ति का प्रवेश तेजी से बढ़ रहा है. सामाजिक जागरूकता सहित शिक्षा, रोजगार तथा स्वास्थ्य के मामले में हम सभी गैर जिम्मेदार बन रहे हैं. इससे सामाजिक नुकसान और आर्थिक नुकसान हो रहा है और हम अत्याचार और शोषण के शिकार होते जा रहे हैं.
इसका सीधा तात्पर्य यही है कि हम सभी सामाजिक स्तर पर जागरूक हों. विभिन्न रूप से सामाजिक विकास हेतु आदिवासी हो समाज महासभा और आदिवासी हो समाज युवा महासभा से जुड़ें. सदस्यता ग्रहण कर महासभा का महाधिवेशन,वार्षिक अधिवेशन,आदिवासी युवा महोत्सव,सरना सह दियुरि सम्मेलन तथा विभिन्न जागरूकता एवं मिलन समारोह में सामाजिक रूप से शामिल होने के लिए आदिवासी हो समाज युवा महासभा की ओर से अपील किया गया.
आदिवासी अधिकार,आदिवासी आवाज और आदिवासी एकजुटता को दिखाने के लिए आगामी पाँच मार्च को राँची के मोरहाबादी मैदान में निर्धारित आदिवासी बचाओ महारैली कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अनुरोध किया गया. ग्रामीणों ने तन-मन-धन से शामिल होने की सहमति दे दी.
इस अवसर पर आदिवासी हो समाज युवा महासभा राष्ट्रीय कमिटि के संगठन सचिव सुशील सवैंया, सदस्य कमलेश बिरूवा, ग्रामीण मुण्डा प्रताप सिंह जारिका, दिनेश पुरती, संजु पुरती, हीरामनी पाड़ेया, वरूण कुमार जारिका, अर्जुन जारिका, रामसिंह जारिका, लखीन्द्र नाथ जारिका, नरसिंह जारिका, शांति जारिका, पनमाई जारिका, लीना जारिका, सुष्मिता पाड़ेया, चाँदनी जारिका आदि लोग मौजूद थे.