Jamshedpur (जमशेदपुर) : बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में खुली धांधली के ख़िलाफ़ पुनः परीक्षा की मांग कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज और बेतहाशा सर्दी में पानी की बौझारे मारना अमानवीय और अलोकतांत्रिक है. सरकार की इस निरंकुश कार्यवाही ने नीतीश सरकार के सुशासन के झूठे दावों की पोल खोल दी है. उक्त बातें ए.आई.डी.एस.ओ. के महासचिव शिबाशीष प्रहराज ने प्रेस बयान जारी कर कहा.
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उन्होंने कहा कि बापू परीक्षा केंद्र समेत अनेक परीक्षा केंद्रों पर भारी गड़बड़ी की खबरें आईं है. गड़बड़ी और छात्रों की मांगों को अनसुना करते हुए पूरी परीक्षा रद्द करने के बजाय केवल एक परीक्षा केंद्र की परीक्षा को रद्द करके दुबारा परीक्षा लेने की अधिसूचना जारी करना आंदोलनकारी छात्रें के साथ भद्दा मजाक है. सरकार के इस रवैये से हताश और परेशान होकर एक अभ्यर्थी ने आत्महत्या कर ली.
उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में धांधली, अनियमितताएं व भ्रष्टाचार आज आम बात हो गई है. छात्रों और नौजवानों के भविष्य के साथ ये घिनौना खिलवाड़ हर स्तर पर आए दिन सभी राज्यों में हो रहा है. परीक्षाओं में धांधली को रोकने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम करने की बजाय उल्टा धांधली को रोकने की मांग कर रहे छात्रों-नौजवानों पर लाठी चार्ज और झूठे मुकदमे किए जाते है.
ए.आई.डी.एस.ओ. बिहार सरकार से मांग करता है कि सरकार हठधर्मिता छोड़कर अभ्यर्थियों के साथ वार्ता करें. पूरी परीक्षा को रद्द करके दोबारा परीक्षा आयोजित की जाए. अभ्यर्थियों पर किए गए झूठे मुकदमे तत्काल वापस लिए जाएं. बल प्रयोग करने वाली पुलिस व डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए. मृतक अभ्यर्थी के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए. परीक्षा में धांधली की त्वरित जांच की जाए. दोषियों को उदाहरण मूलक सजा दी जाए. परीक्षाओं में धांधली को रोकने व इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएं. ए.आई.डी.एस.ओ. देश के तमाम जनवाद पसंद लोगों ख़ासकर छात्रों-नौजवानों से अपील करते हुए कहा कि न्याय के लिए छात्रों के जायज आंदोलन को पूर्ण समर्थन दें और इस आंदोलन को मजबूत करें.