Chaibasa :- चक्रधरपुर में शादी के बाद राउरकेला ससुराल जाने के लिए निकले दूल्हा दुल्हन सहित 22 बारातियों को आरपीएफ ने बुधवार को गिरफ्तार कर चक्रधरपुर आरपीएफ पोस्ट में बंद कर दिया. जुर्म था रेलवे पटरी पार करने का, जल्दी ट्रेन पकड़ने के चक्कर मे सभी पोर्टर खौली रेलवे केविन की ओर से राऊरकेला के लिए सारंडा पैसेंजर पकड़ने स्टेशन जा रहे थे.
रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने पोर्टर खौली रेलवे केविन की ओर से राऊरकेला के लिए सारंडा पैसेंजर पकड़ने स्टेशन जा रहे दूल्हा दुल्हन सहित 22 बारातियों को हिरासत में ले लिया. नव विवाहित वर-वधू को बिदाई के बाद सीधे थाने जाना पड़ा। इस कारण बारातियों की ट्रेन भी छूट गई.
जानकारी के अनुसार मंगलवार को राऊरकेला से बारात चक्रधरपुर केरा के रागरिंग गांव आया था. बुधवार सुबह बरात लौटते वक़्त पोटर खोली केविन के समीप रेल के पटरियों को पार करने के दौरान रेलवे पुलिस ने पकड़ लिया और थाने ले गए. दूल्हा-दुल्हन आरपीएफ पोस्ट के बाहर हलकान और परेशान हैं. आरपीएफ पोस्ट लाकर 22 बारातियों को पोस्ट में बंद कर दिया, जबकि दूल्हा-दुल्हन को आरपीएफ पोस्ट के बाहर बिठा दिया.
<span;>लॉकडाउन के बाद से ही दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से रेल प्रशासन के द्वारा यह कदम उठाया गया है. वहीं लोगो का कहना है कि कई वर्षों पहले से लोग इस रास्ते को स्टेशन आने जाने के लिए इस्तेमाल करते आ रहे है. साथ ही सभी को जानकारी नहीं है कि रास्ते को बंद कर दिया गया। जिस कारण लोग अनजाने में इस रास्ते से चले जाते हैं. इसके साथ ही रेलवे के द्वारा भी पुराने केविन में एक टिकट काउंटर की व्यवस्था की गई थी, जिसे लोकडाउन के वक़्त से बंद कर दिया गया है. लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि अनजान यात्रियों को इस प्रतिबंधित रास्ते पर नही जाने के लिए कोई चेतावनी या सूचना पट्ट भी नही लगाया गया है. जिसके कारण अनजाने में लोग ट्रेन पकड़ने के लिए इस रास्ते को अख्तियार कर लेते है. जुर्माना और क़ानूनी करवाई का शिकार होने के साथ ही उनकी ट्रेन भी छूट जाती है और जरूरी काम भी बाधित हो जाती है. जबकि रेलवे वहां से बाकायदा एक रास्ता भी बनाया गया है, जो सीधे केविन होते हुए प्लेटफार्म में जाता है. उसके बावजूद आरपीएफ ने अपने पद का उपयोग कर करवाई करती है. इससे लोगों में काफी आक्रोश है. जब के सभी के पास ट्रेन का टिकट भी उपलब्ध था, घटना के बाद मामला तूल पकड़ रहा है.