Chaibasa :- विद्युत विभाग के द्वारा बिना कोई रीडिंग लिए बिजली बिल भेजे जाने के विरुद्ध अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के बैनर तले मंझारी प्रखंड जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल के नेतृत्व में ग्रामीणों ने काठबारी चौक से पदयात्रा कर प्रखंड कार्यलय तांतनगर पहुंच कर धरना दिया.
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धरना के माध्यम से ग्रामीणों ने कहा की झारखंड सरकार का विद्युत विभाग ग्रामीणों के साथ मनमानी और अत्याचार कर रहा है. बिना कोई मीटर रीडिंग लिए पिछले 10 सालों का एकमुश्त बिजली बिल उपलब्ध कराना और जमा नहीं कर पाने पर बिजली कनेक्शन काट देना ग्रामीणों के साथ शोषण है. विद्युत विभाग को बताना चाहिए की किस आधार पर बिना मीटर रीडिंग लिए बिजली बिल ग्रामीणों को दिया जा रहा है. विद्युत विभाग के लोग 10 सालों में एक बार भी बिजली बिल का रीडिंग लेने क्यों नही आए. सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष जॉन मीरन मुंडा ने कहा की झारखंड सरकार को गरीबों के प्रति सोचना चाहिए की जो ग्रामीण लाल कार्ड, पीला कार्ड पर आश्रित है वो ग्रामीण कहां से 25 हजार का बिजली बिल जमा कर पाएंगे.
जिप सदस्य माधव चंद्र कुंकल ने कहा की मंत्रियों के लिए 10 करोड़ का बंगला और 45 लाख की फॉर्च्यूनर गाड़ी खरीदने वाली हेमंत सरकार को गरीब जनता का शोषण करना छोड़कर बिना रीडिंग लिए उपलब्ध कराए गए, बिजली बिल को रद्द कर देना चाहिए. मौके पर आकाश बोदरा, शैलेश हांसदा, ओनामो गोप, रंजित बिरुवा, जगदीश बिरुवा, अमित बिरुवा, शत्रुघ्न कुंकल,बुधन सिंह हेंब्रम, सुलबू सवैयाँ, जगबंधु हेंब्रम, कोलाए हेंब्रम,फूलचंद सवैयाँ, गार्दी मुंदुईया तोडोए सवैयाँ, रीबू सवैयाँ सुनीता कुंकल, लक्ष्मी भूमिज, सोनू गोप, सुशील पूर्ति, लक्ष्मी पूर्ति, मनमति तीयू डेविड कलुंडीया आदि उपस्थित थे.
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