Chaibasa : चाईबासा-जर्जर एनएच-75 (ई) के किनारे बसे गांवों में, जो सड़क से उड़ती धूल से पूर्णत: ढक चुके हैं. 24 फरवरी से माघे पर्व मनाया जाएगा. इसकी तैयारी अंतिम चरण में है. लेकिन आंदोलन के बाद भी सड़क से उड़ती धूल की समस्या ज्यों की त्यों है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है.
ग्रामीणों ने बताया कि एनएच-75(ई) के किनारे बसे हो जनजाति बहुल गांवों में 24 फरवरी से माघे पर्व शुरू होनेवाला है. ऐसे में उड़ती धूल की समस्या का समाधान नहीं होने से हमें बहुत परेशानी होगी. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क किनारे बसे सिंहपोखरिया, रघुनाथपुर, गुंडीपुवा, सोनापोसी तथा हड़ीरा में 24 फरवरी से माघे पर्व होगा. जबकि गितिलपी एवं किड़ीगोट में 1 मार्च से और उड़ती धूल से बुरी तरह प्रभावित केलेंडे गांव में 3 मार्च से माघे पर्व मनाया जाएगा. लेकिन दिन-रात वाहनों के आवागमन से जर्जर सड़क से उड़ती धूल से न सिर्फ मकान बल्कि तालाब, कुआं, घरों के अंदर रखे सामान तथा खाद्य पदार्थ भी प्रभावित हो रहे हैं. सारे घरों के खपरैल पर धूल की मोटी परत जम चुकी है. सारे घर धूल से धूसरित हैं. पेड़ पौधे तथा बागवानी भी इससे प्रभावित है. ऐसे में हम ग्रामीण माघे पर्व कैसे मनायेंगे. उड़ती धूल के डर से तो मेहमान भी इधर आने से कतरा रहे हैं. क्योंकि इन गांवों में कुछ देर रहने भर से ही इंसान धूल में नहाया हुआ दिखाई देता है. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दिनों हम ग्रामीणों ने युवा कांग्रेस के बैनर तले सड़क जाम किया था. हमने उड़ती धूल को रोकने के लिये सड़क पर नियमित रूप से तीन बार जल छिड़काव की मांग की थी. सदर एसडीओ ने दूसरे दिन से ही सड़क निर्माण शुरू करने का आश्वासन देकर जाम खत्म करवा दिया था। लेकिन इस आश्वासन पर कार्रवाई अब तक नहीं हुई है. हालांकि जल छिड़काव तो हो रहा है. लेकिन पर्याप्त मात्रा में नहीं हो रहा है. ऊपर से प्रतिदिन की जगह दो-तीन दिनों के अंतराल पर ये काम हो रहा है. इस कारण उड़ती धूल की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है. ज्ञात हो कि राहगीरों की राहत के लिये पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा तथा सांसद गीता कोड़ा ने अपने स्तर से सरजोमगुटू कॉलेज मोड़ से लेकर सिंहपोखरिया तक इस सड़क की अस्थायी मरम्मत करवायी थी. लेकिन कुछ ही दिनों में सड़क पुरानी हालत में लौट गयी.
25 फरवरी से होगा बेमियादी धरना : सुरेश सावैयां
युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष तथा धूल प्रभावित गांव केलेंडे निवासी सुरेश सावैयां ने कहा कि पिछले दिनों सड़क जाम के बाद भी जिला प्रशासन ने हमारी बात नहीं सुनी. इसलिये अब हम फिर से 25 फरवरी से आंदोलन करेंगे. इसके तहत उक्त तिथि से सदर अनुमंडल कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा. प्रभावित ग्रामीण भी इसमें शामिल होंगे. धूल से ग्रामीण पूरी तरह प्रभावित हैं. लेकिन जिला प्रशासन उदासीन बना हुआ है.