सरायकेला: जिले का नाक आदित्यपुर-कांड्रा सड़क मार्ग जो बीते 2 महीने से अंधेरे में डूबा था 29 जनवरी की शाम अचानक जगमागा उठा कारण बताया जाता है मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आगमन।
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सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला सरायकेला होते हुए गम्हरिया और गम्हरिया से जमशेदपुर पहुंचा बिजली विभाग द्वारा मुख्यमंत्री आगमन से पहले सड़क को जगमगा दिया गया। 2 महीने में सड़क पर घोर अंधेरा कायम रहने के चलते कई सड़क दुर्घटनाएं और मौत भी हुई है। विभागीय अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि सीएम के आगमन को लेकर उपायुक्त के हस्तक्षेप से सड़क निर्माता कंपनी जेआरडीसीएल पर दबाव डाला गया जिसके बाद कंपनी द्वारा मुंबई स्थित मुख्यालय से फंड भेजे जाने का आश्वासन दिया गया जिसके बाद विभाग ने कनेक्शन जोड़ दिया है।
सड़क निर्माता कंपनी जेआरडीसीएल का बिजली विभाग पर 49 करोड़ बकाया होने के चलते विभाग द्वारा दिसंबर के पहले सप्ताह में आदित्यपुर स्थित खरकई पुल से लेकर आरआईटी मोड़ एवं गम्हरिया स्थित टीचर्स ट्रेनिंग मोड़ से बीको मोड़ तक मुख्य मार्ग और गम्हरिया बाजार से लेकर उषा मोड़ तक लाईन काट दिया गया था। 30 जनवरी को मुख्यमंत्री के सरायकेला भ्रमण कार्यक्रम से पूर्व 29 जनवरी की शाम से स्ट्रीट लाइट के बिजली कनेक्शन को जोड़ दिया गया है जिससे अब सड़क फिर से जगमगा उठी है।
सामाजिक संगठन जनकल्याण मोर्चा ने दायर किया याचिका
2 महीने से आदित्यपुर -कांड्रा सड़क मार्ग पर अंधेरा पसरे होने के चलते सामाजिक संगठन जन कल्याण मोर्चा के संरक्षक अधिवक्ता ओमप्रकाश द्वारा तत्परता से लगातार इस मुद्दे को उठाया गया था। अंततः इन्होंने बीते सप्ताह हाईकोर्ट में सड़क निर्माता कंपनी विरुद्ध जनहित याचिका दायर की है।