Chaibasa : पश्चिमी सिंहभूम जिले के मझगांव थाना प्रभारी के खिलाफ मझगांव प्रखंड मुखिया संघ गोलबंद होकर पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर को ज्ञापन सौंपने पहुंचे. इस दौरान मुखिया संघ ने मुख्यमंत्री के नाम आवेदन के साथ उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और बाल संरक्षण आयोग सदस्य को भी शिकायत पत्र सौंपा गया है.
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष लक्ष्मी पिंगुआ ने कहा कि मझगांव थाना प्रभारी विकास कुमार दुबे का रवैया जनप्रतिनिधियों के साथ बिल्कुल सही नहीं है. थाना प्रभारी अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए जनप्रतिनिधियों के साथ हमेशा अपमानित और दुर्व्यवहार करते हैं. दो तीन बार शांति समिति बैठक समेत अन्य जगहों में इस मामले को उठाया गया. लेकिन थाना प्रभारी अपने रवैया को सुधारने के बदले जनप्रतिनिधियों के विरोध में हीनभावना रखे हुए हैं और जहां भी जरूरत होती है अपमानित और दुर्व्यवहार करने से बाज नहीं आते. कभी मोटरसाइकिल चेकिंग के नाम पर तो कोई शिकायत के नाम पर ऐसे पदाधिकारी का थाना में रहने का कोई मतलब नहीं है. पंचायत की समस्या के समाधान के लिए हमेशा जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को हम जनप्रतिनिधि सहयोग करते हैं. लेकिन थाना प्रभारी जनप्रतिनिधियों का सहयोग करने के बदले गलत व्यवहार करते हैं. साथ ही बालू , गिट्टी, डस्ट समेत अन्य छोटे बड़े वाहनों से रात में वसूली का काम बेधड़क एएसआई सरफराज को दे रखा है. स्थानीय लोगों और समाजसेवियों के प्रति भी उनका रवैया अपमानित करने वाला होता है. इसकी शिकायत लोगों ने जनप्रतिनिधियों को किया है. इसके अलावा 7 फरवरी 2023 को खैरपाल के कंटाविला गांव में एक बाल विवाह हो रहा था इसकी जानकारी मैं खुद फोन के द्वारा थाना प्रभारी को दी. जिसमें लड़की की उम्र 17 साल लड़का का उम्र 18 साल था. इसमें सहयोग करने के बजाए कहा कि शादी होने दीजिए बाद में मामला थाना में ही आएगा. ऐसे पदाधिकारी का थाना क्षेत्र में रहना समाज के लिए अच्छा नहीं है. इसलिए थाना प्रभारी को तत्काल ही थाना से हटाया जाए और एक अच्छा पदाधिकारी की नियुक्ति की जाए. इसके लिए हम जनप्रतिनिधि पुलिस प्रशासन को 7 दिन का समय देते हैं. उच्च पदाधिकारी चाहे तो इस पर जांच कर उचित निर्णय लें, अन्यथा एक सप्ताह के बाद पूरे प्रखंड में विकास काम ठप कर प्रखंड और थाना में धरना पर हम सभी बैठ जाएंगे. हजारों जनता हम सभी को चुनकर जनप्रतिनिधि के रूप में भेजी है. इस प्रकार अपमानित करना और दुर्व्यवहार करने वाले पदाधिकारी विकास के लिए बाधक साबित होंगे. वही उपप्रमुख शबनम खातून ने कहा कि थाना प्रभारी का रवैया जनप्रतिनिधियों के साथ बिल्कुल भी सही नहीं है. हम लोग पूरा सहयोग करते हैं लेकिन थाना प्रभारी विकास दुबे हम लोगों को जगह जगह अपमानित करने का काम करता है। साथ ही ट्रैक्टर से बालू, गिट्टी गाड़ी, आयरन ओर, लकड़ी गाड़ी से पैसा वसूली का काम करने में लगे हुए हैं. वह खुले तौर पर कहता है कि मेरा ऊपर तक पहुंच है मुखिया कुछ नहीं बिगाड़ सकता. मझगांव विधानसभा विधायक प्रतिनिधि सुनील सिरका ने कहा कि थाना प्रभारी विकास दुबे की शिकायत पहले भी मिल चुकी थी. वह स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ हमेशा गलत व्यवहार करते हैं. साथ ही कई गरीब लोगों का केस लेने से भी सीधा इंकार कर देते हैं. इसकी शिकायत मुखिया संघ के द्वारा मेरे तक आया है. संघ की मांग को स्थानीय विधायक निरल पूर्ति तक पहुंचाने का काम करेंगे. इस प्रकार के पदाधिकारी के रहने से सामाजिक माहौल बिगड़ने का आशंका है. इसलिए उच्च पदाधिकारी इस पर जांच कर तत्काल ऐसे पदाधिकारियों को थाना से हटाए.
ज्ञापन में प्रमुख सोनामुनी चाहता तरतरिया मुखिया चांदनी तिरिया, मझगांव मुखिया रिलन आभा मधु धान, खारपोस मुखिया प्रताप चातार, बलियापोसी मुखिया निरंजन नायक, अधिकारी मुखिया शशि भूषण पिंगुआ, घोड़ाबंधा मुखिया विवेक पूर्ति, नयागांव मुखिया लक्ष्मी पिंगुआ, परसा मुखिया चांदनी बिरुआ, सोनापोस मुखिया सरिता बिरुआ आदि शामिल थे.