Jagnnathpur (जगन्नाथपुर) : जगन्नाथपुर ग्राम ढीपासाईं के कुम्हार समाज के द्वारा 54 व कुराड़ पंचमी पूजा का आयोजित किया गया. इस पूजा का शुभआरंभ ग्राम ढीपासाईं में 1970 से स्वर्गीय मित्रभानु कुम्हार एवं स्वर्गीय बैसाखू कुम्हार के द्वारा होते हुए आ रहा है.
इसे भी पढ़ें : Hatgamhariya : कुम्हार समाज ने पूरे विधि विधान से की कुराड़ पूजा
इस पूजा में भगवान विष्णु एवं विष्णु के द्वारा दिए गए पुत्र रुद्रपाल एवं भगवान ब्रह्मा के द्वारा दिए गए कन्या रत्नेश्वरी की पूजा अर्चना की जाती है. इस मौके पर मुख्य अतिथि जगन्नाथपुर के लोकप्रिय विधायक सोनाराम सिंकु सम्मिलित हुए. आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री संतोष कुम्हार, गजेन्द्र कुम्हार, आलोक कुम्हार, मदन कुम्हार एवं महिलाओं ने विधायक सोनाराम सिंकु को पुष्यगुच्छ देकर स्वागत किया.
विधायक सोनाराम सिंकू जी ने पंडाल का उद्घाटन एवं जगन्नाथपुर विधानसभा वासियों के लिये भगवान से सुख शांति समृद्धि हेतु पूजा अर्चना की. साथ में जिंतुगाड़ा ग्रामीण मुंडा श्री सोमनाथ सिंकु, कांग्रेस कार्यकर्ता क्रान्ति तिरिया, सुशील हेस्सा, शाहरुख अली लोकनाथ पान, साथ ही गांव के प्रमुख लोग सुशील कुम्हार सूर्या कुम्हार, रुद्रो कुम्हार, गजेंद्र कुम्हार, संतोष कुम्हार, परमानंद कुम्हार, सुशारन कुम्हार, बिम्बाधर कुम्हार पुजा में शामिल रहें.
यह है महत्व
कुराड़ पुराण प्रमाण करता है कि जिस समय भगवान ब्रह्मा ने इस संसार का सृष्टि किया तो संसार में लोग बिना पकाया भोजन कर रहे थे. तभी नारद महर्षि इस समस्या को देखते हुए भगवान ब्रह्मा को कहे कि संसार में लोग कच्चे भोजन कर रहे हैं तो भगवान ब्रह्मा ने नारद महर्षि को भगवान विष्णु के पास भेज दिए भगवान विष्णु ने इस समस्या का हाल सुलझाते हुए अपने मंत्र से रुद्रपाल को जन्म दिए और भगवान ब्रह्मा ने रत्नेश्वरी को अपने मंत्र के द्वारा जन्म दिए फिर रूद्र पाल और रत्नेश्वरी का विवाह कर संसार में मिट्टी के बर्तन का निर्माण करने को भेज दिया गया. मिट्टी के बर्तनों के द्वारा पक्क भोजन करने का सौभाग्य प्राप्त करवाया तब से मिट्टी के बर्तन बनाने वाले को कुम्हार कुंभकार, पाल, प्रजापति, कुराल प्रधान, महतो, मुदुली इत्यादि से जाना जाता है.