मजदूर को स्थाई व पत्नी को संविदा पर नौकरी
Saraikela : सरायकेला अंचल के बालिगुमा स्थित रामकृष्णा फोर्जिंग लिमिटेड के प्लांट 5 में कार्य के दौरान एक मजदूर का दाहिना हाथ कटने पर उचित मुआवजा की मांग पर वार्ता विफल हो गयी। जिसके बाद झारखंड भाषा खतियानी संघर्ष मोर्चा ने कंपनी गेट जाम कर दिया। इधर, कंपनी गेट जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाते हुए गेट जाम हटाया और एक बार फिर से वार्ता शुरू हुई। वार्ता में आरकेएफएल कंपनी ने महेंद्र सिंह मुंडा को कंपनी में स्थायी नौकरी व पत्नी को संविदा में नौकरी देने की बात कही, जिसके बाद कंपनी प्रबंधन द्वारा नियुक्ति पत्र दिया गया।
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जानकारी हो कि कुकडु प्रखंड अंतर्गत ईचाडीह पंचायत के बाकरकुड़ी निवासी महेंद्र सिंह मुंडा (43 वर्ष) पिछले 4 वर्षों से रामकृष्ण फोर्जिंग लिमिटेड प्लांट 5 में जय इंटरप्राइजेज एजेंसी के अधीन कटिंग प्रेस के ऑपरेटर का काम कर रहा था। इस दौरान 3 जुलाई को काम के दौरान महेंद्र का दाहिना हाथ कट गया। बताया गया कि कंपनी ने उसका इलाज कराया, पर किसी तरह का आर्थिक सहयोग नहीं दिया। पैसे की दिक्कत होने पर सहकर्मियों ने एक-एक दिन का वेतन एकत्रित कर उसे सहयोग के रूप में दिया।
वर्तमान हाथ के कट जाने से महेंद्र सिंह मुंडा काम करने लायक नहीं रह गया और बेरोजगार हो गया है। परिवार की भी हालत खराब हो गयी है। इसकी जानकारी होने पर मुआवजा को लेकर झारखंड भाषा खतियानी संघर्ष मोर्चा ने आवाज उठाई और कंपनी से मुआवजा की मांग की। सोमवार को पूर्व निर्धारित समय पर महेंद्र सिंह मुंडा एवं उसके परिवार को लेकर जेबीकेएसएम के कार्यकर्ता रामकृष्ण फोजिंग लिमिटेड प्लांट 5 के गेट पर गए। लंबे समय तक इंतजार के बाद कंपनी प्रबंधन के अधिकारियों ने उन्हें वार्ता के लिए बुलाया। जेबीकेएसएस के प्रेम मार्डी ने बताया कि वार्ता के दौरान कंपनी के अधिकारियों ने कहा महेंद्र सिंह मुंडा को नौकरी दी जाएगी परंतु कंपनी की ओर से किसी तरह का मुआवजा नहीं मिलेगा।
वार्ता विफल होने पर झारखंड भाषा खटियाणी संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ता एवं ग्रामीणों ने कंपनी का गेट जाम कर दिया। इसकी सूचना जिले के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विमल कुमार को भी दी गई है।