Saraikela : सरायकेला प्रखंड अंतर्गत सीनी स्थित वार्षेण्यी प्लस टू उच्च विद्यालय के समीप मैदान में शनिवार को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के तत्वाधान में खतियानी महाजूटान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में क्रांतिकारी टाइगर जयराम महतो एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में माटी क्रांतिकारी चित्रकार महावीर शामी महतो एवं समाजसेवी अमित महतो उपस्थित थे.
महा जुटान कार्यक्रम का शुभारंभ मुख एवं विशिष्ट अतिथियों के द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ किया गया. जयराम महतो छलांग लगाकर इसकारपिओ के छत पर खड़े होकर महाजुटान में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए अपने हक एवं अधिकार की लड़ाई के लिए बिगुल फुंका. उन्होंने झारखंडी हुंकार भरते हुए कहा कि अगर हम अभी भी झारखंड की माटी एवं भाषा-भाषा संस्कृति की रक्षा के लिए आगे नहीं आएंगे तो आने वाली पीढ़ी का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. जयराम महतो ने कहा झारखंड खनिज संपदा से भरी पूर्ण है और यहां लगभग हजारों की संख्या में मोदी के औद्योगिक प्रतिष्ठान कार्यरत है. सरायकेला खरसावां जिले में ही 10000 से अधिक औद्योगिक प्रतिष्ठान संचालित है. परंतु हमारे झारखंड के युवक रोजी-रोटी की तलाश के लिए दूसरे राज्य में पलायन करते हैं. जबकि दूसरे राज्य के लोग हमारे झारखंड में स्थापित विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों में काम कर रहे हैं. सरकारी कार्यालय में भी बाहर के लोग आकर बड़े बड़े ओहदे पर काम कर रहे हैं. जबकि हमारे झारखंड के शिक्षित प्रशिक्षित युवक रोजी रोटी की के लिए दूसरे राज्य में जाने को मजबू हैं.
महतो ने कहा चांडिल डैम निर्माण में 116 गांव के लोग विस्थापित हुए हैं परंतु अधिकांश लोग उनका विस्थापित नहीं हुआ और ना ही उन्हें नौकरी मिली है. अनेकों को अब तक उनकी जमीन का उचित मुआवजा तक नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि चांडिल डैम निर्माण के लिए रैयत ओं से 2 रुपैया प्रति डिस्मिल के भाव से जमीन ली गई है यह कहां का न्याय है. जयराम महतो ने महिलाओं को ललकार ते हुए कहा कि जागिए और अपने मान सम्मान, भाषा संस्कृति और हक अधिकार की लड़ाई में अपनी सहभागिता निभाएं. उन्होंने कहा कि हमारे देश में महिलाएं शक्ति के रूप में पूजी जाती है और हक एवं अधिकार की लड़ाई में महिला शक्ति का सदैव योगदान रहा है. जयराम महतो ने कहा कि हम विकास के विरोधी नहीं हैं परंतु विकास के नाम पर विनाश नहीं होने देंगे. उन्होंने जनसमूह को ललकार से हुए कहा कि उठो जागो और आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए अपने भाषा संस्कृति परंपरा एवं हक अधिकार की लड़ाई लड़े. वरना आने वाली दिनों में हमारी पीढ़ी समाप्त हो जाएगी. महा जुटान को संबोधित करते हुए समाजसेवी अमित महतो ने कहा कि हमारे झारखंड में शिक्षित जनप्रतिनिधियों की कमी है. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के 13 मंत्रियों में से 10 मंत्री दसवीं कक्षा तक पढ़े हैं. इन मंत्रियों के द्वारा आईएस पदाधिकारी का मॉनिटरिंग कैसे होगा.
अमित महतो ने कहा कि आने वाले दिनों में शिक्षित जनप्रतिनिधियों का चयन करें ताकि सरकार में जो भी नीति बनेगी वह राज्य हित में होगी. उन्होंने कहा कि कम पढ़े लिखे प्रत्याशियों को अपना वोट कभी भी ना दें. इस मौके पर समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया. मौके पर मानभूम छऊ नृत्य का आयोजन किया गया. महा जुटान में स्थानीय एवं आसपास गांव के हजारों महिला एवं पुरुष उपस्थित थे.