Dhanbad (DN PANDEY) :- महंगाई के इस दौर में एक तरफ जहां सब्जी से लेकर खाने की हर सामग्रीयों की कीमतें आसमान छू रही है. वहीं दुसरी तरफ़ आज भी झारखंड सरकार की मुख्यमंत्री दाल भात योजना के तहत 5 रुपए में गरीबों, मजदूरों को भरपेट भोजन मिल रहा है. शिबू सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद शुरू हुए इस योजना के तहत मजदूर तबके के लोगों को भरपेट भोजन मिल रहा है. जिले में करीब 23 दाल भात केंद्र हैं, जो स्वयं सहायता समूह के माध्यम से चलाया जा रहा है.
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वही पूरे मामले पर जानकारी देते हुए एडीएम सप्लाई योगेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में संचालित 4 दाल भात केंद्र का उन्होंने निरीक्षण किया है. जहां ओवर रिपोर्टिंग, खाने की गुणवत्ता में कमी और गंदगी को लेकर जवाब तलब किया गया है. सरकार की ओर से चावल, चना और सोयाबीन दिया जाता है जबकि दाल मसाला तेल व अन्य खर्चा खुद संचालक अपने से करता है.
हालांकि जितने भी केंद्र में लोग खाने आते है. सभी की बायोमेट्रिक में पहचान कराई जानी है और उसी के आधार पर विभाग द्वारा सामग्री आवंटन किया जाना है.
वहीं कुछ दाल भात केंद्रों का जायजा लिया गया. तो कहीं गंदगी दिखी कुछ केंद्र बन्द पड़े थे तो कहीं कहीं सुविधा एप्प के बजाए मैनुवल इंट्री की व्यवस्था देखने को मिली. कहीं संचालक नजर नही आएं. हालांकि निरीक्षण के बाद एक दो केंद्र में साफ सफाई जरूर देखने को मिली. अब सुनिए क्या कुछ संचालक के बदले वहां का कार्यभार संभालने वालों ने कहा आप भी सुनिए.
एक तरफ इस महंगाई के दौर में जहां लोगों को बहुत मुश्किल से साधारण खाना कम 50 रुपये में मिल पाता है. वहीं दूसरी तरफ 5 रुपये में मुख्यमंत्री दाल भात योजना केंद्रों में राज्य सरकार द्वारा केवल चावल चना और सोयाबीन देने के बाद भी दाल, तेल, मसाला तथा केंद्र चलाने वालों की जिम्मेवारी 5 रुपये में संचालक पूरी करते हैं. कुल मिलाकर सरकार की दाल भात योजना आज भी कई चुनौतियों को झेलते हुए सफलतापूर्वक पूरे जिले में संचालित हो रहे हैं.
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