Ranchi. नक्सलियों के शीर्ष नेता ने भाजपा को विधानसभा चुनाव में हराने के लिए जनता को धन्यवाद कहा, बधाई दी है. भाकपा माओवादी के पूर्वी रीजनल कमिटी के प्रवक्ता आजाद जी ने प्रेस विज्ञप्ती जारी कर कहा की आरएसएस व भाजपा को राज्य से भगाने के लिए झारखंड की जनता बधाई के पात्र हैं. विज्ञप्ति में आम जन को संबोधित कर लिखा, हमें मालूम है कि अभी की परिस्थिति में आपके द्वारा वर्तमान फर्जी लोकतांत्रिक संसदीय चुनाव का पूर्णरूप से बहिष्कार करना या ठुकराना संभव नहीं है. क्योंकि भाकपा (माओवादी) के नेतृत्व में फर्जी लोकतांत्रिक संसदीय शासन सत्ता व सरकार के विकल्प में जनता की सच्ची लोकतांत्रिक जनवादी सत्ता व सरकार अस्तित्व में नहीं है या क्रांतिकारी आंदोलन का उभार भी नहीं है.
आप न चाहते हुए भी हमारी अपील को व्यवहार में अमल नहीं किये हैं. इससे हमें कोई खेद नहीं है. विधानसभा चुनाव के दौरान आप ने चुनाव का बहिष्कार तो नहीं किये हैं, लेकिन हमने आज ब्राह्मणीय हिन्दुत्ववादी-फासीवाद के खतरे से आगाह करते हुए झारखंड को बचाने के लिए उसे ठुकराने की तथा भाजपा को मार भगाने की भी अपील की थी. आप इस बार के विधानसभा चुनाव में आरएसएस के राजनीतिक विंग या पार्टी भाजपा को ठुकरा दिये हैं. उसके एजेंडे को ठुकराया है. इसके लिए बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी आप सभी झारखंडी आदिवासी-मूलवासी मतदाताओं को हूल व उलगुलानी अभिवादन के साथ जोहार पेश करती है.
झारखंड में वोटिंग से पहले नक्सली संगठन ने पर्चा, बैनर व पोस्टर लगाकर लोगों से वोटिंग से दूर रहने की अपील की थी. भाकपा माओवादी की बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी ने सारंडा, कोल्हान व पोड़ाहाट वन प्रमंडल के जंगलों में पोस्टर चिपकाया था. हालांकि, इन पोस्टरों का असर राजनीतिक पार्टियों के चुनाव प्रचार और आम जनता पर नहीं दिखा. नक्सलियों ने पोस्टर में भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा अंबानी-अडानी, टाटा-बिरला, जिंदल मित्तल आदि बड़ी कंपनियों व पूंजीपतियों पर निशाना साधा था. वहीं, भाकपा माओवादियों ने हेमंत सोरेन सरकार के प्रति थोड़ी नरमी दिखाई थी.
पोस्टर में लिखा था कि ब्राह्मणीय हिंदुत्व फांसीवादी खतरे से झारखंड को बचाएं और धोखाधड़ी पूर्ण झारखंड विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करें। वोट का रास्ता गुलामी व लूट-शोषण का रास्ता छोड़ दें. सशस्त्र कृषि क्रांति न दीर्घकालीन जन युद्ध का रास्ता, मुक्ति का रास्ता, अबुआ दिशोम रे अबुआ: राज कायम करने के रास्ते पर आगे बढ़ें.