Chaibasa:- झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के द्वारा स्थानीय पिल्लई हॉल में मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में विषय विशेषज्ञ वरिष्ठ अधिवक्ता उच्च न्यायालय रांची अरविंद कुमार लाल ने उपस्थित हितधारकों को एमएसीटी (MACT) से संबंधित जानकारी विस्तृत रूप से प्रदान की.
इससे पहले कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार विश्वनाथ शुक्ला और विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय योगेश्वर मणि, प्रशिक्षु आईएएस ओम प्रकाश, एसडीपीओ चक्रधरपुर कपिल चौधरी, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद, गवर्नमेंट प्लीडर पवन शर्मा, जिला परिवहन पदाधिकारी राजहंस ने संयुक्त रूप से किया. अपने व्यक्तव्य में मुख्य अतिथि शुक्ला ने बताया कि प्राधिकार के माध्यम से मोटर एक्सीडेंट से संबंधित मामलों के त्वरित निष्पादन और अंतरिम राहत एवं विक्टिम कंपनसेशन योजना की प्रक्रिया और ट्रिब्यूनल के माध्यम से मामलों के निष्पादन की विस्तृत जानकारी प्रदान की और कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य भी बताया.
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने आंकड़ों के द्वारा जिले में सड़क दुर्घटना की स्थिति के बारे में जरुरी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आमतौर किशोर और युवा वर्ग दुर्घटना के ज्यादा शिकार बनते हैं. मोटर व्हीकल एक्ट के नवीन प्रावधानों का पालन कर सभी को सचेत रहने की आवश्यकता है. किसी भी स्थिति में नाबालिग वाहन ना चलाएं इस बात का ध्यान अभिभावकों को भी रखना चाहिए.
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प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय श्री योगेश्वर मणि ने मोटर वहीकल एक्ट के विभिन्न प्रावधानों की विस्तृत व्याख्या की और इससे जुड़े क्रियाकलापों को सरलता से बताया. इस मौके पर बोलते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी राजहंस से कहा कि मोटर वाहन दुर्घटना के संबंध में आवश्यक जानकारी साझा की उन्होनें बताया कि सावधानी सबसे बड़ी सुरक्षा है.
प्रशिक्षु आईएएस ओम प्रकाश ने भी कार्यशाला को संबोधित किया और अपने वक्तव्य में कहा कि हमारी कोशिश होनी चाहिए कि दुर्घटना ना हो, उन्होंने इस कार्यशाला के आयोजन के लिए प्राधिकार के प्रति आभार जताया.
इस मौके पर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद ने भी सभा को सम्बोधित किया. उन्होनें मामलों का उल्लेख करते हुए प्रक्रिया को सुचारू और सुलभ बनाने हेतु महत्वपूर्ण सुझाव भी दिया. कार्यशाला के अंत में प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ. जिसमें लोगों ने कई प्रश्न पूछे.
कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सदस्य विकास दोदराजका और अधिवक्ता शीतल ने संयुक्त रूप से किया जबकि स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने किया. कार्यशाला को सफल बनाने में पीएलवी, एलएडीसी के प्रधान सुरेन्द्र प्रसाद, उप प्रधान सुरेन्द्र प्रसाद दास तथा सहायक रत्नेश कुमार ने सक्रिय भूमिका निभाई.
इस मौके पर सभी थाना के पुलिस पदाधिकारी, अधिवक्ता गण, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद और सदस्य, अरका जैन यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज के विद्यार्थी एवं शिक्षक, पीएलवी, सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य, चेंबर ऑफ कॉमर्स के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.