सरायकेला- खरसावां जिला के गम्हरिया अंचल अंतर्गत कांड्रा के पदमपुर मौजा के हल्का नंबर चार, खाता नंबर 77 प्लॉट नंबर 313, रकबा 1.28 एकड़ जमीन को लेकर अब झामुमो नेता सह पदमपुर के ग्राम प्रधान कृष्ण बास्के ने मोर्चा खोल दिया है।


स्थानीय ग्रामवासी चाहते हैं कि उक्त सरकारी भूखंड जो पूर्व ओलंपियन सह सेवानिवृत्ति सैनिक स्वर्गीय शिवनाथ सिंह को आवंटित किया गया था, उस पर डिग्री कॉलेज या अस्पताल का निर्माण हो। ताकि इसका लाभ स्थानीय ग्रामीण आदिवासियों को मिल सके. शनिवार को पदमपुर गांव में ग्राम सभा आयोजित कर ग्रामीणों ने स्वर्गीय ओलंपियन शिवनाथ सिंह को सरकार द्वारा आवंटित किए गए जमीन बंदोबस्ती रद्द किए जाने की मांग की गई है। ग्रामीणों द्वारा बताया गया है कि ग्राम सभा में उक्त भूखंड पर डिग्री कॉलेज अथवा अस्पताल निर्माण की सहमति दी गई है। इधर ग्राम प्रधान कृष्ण बास्के ने कहा कि सरायकेला- खरसावां जिला भारत के राष्ट्रपति द्वारा 11 अप्रैल 2007 को लोक अधिसूचना जारी करते हुए अनुसूचित जिला के रूप में अनुसूचित किया गया है. इसके अंतर्गत अधिनियम 1996 और जेपीआरए एक्ट 2001 के तहत ग्राम सभा को आदिवासी समुदाय सशक्त बनाने के लिए ग्राम सभा से पारित कराना अनिवार्य किया गया है। ग्राम प्रधान एवं ग्राम सभा में मौजूद ग्रामीणों ने गम्हरिया सीओ से भी मांग की है कि उक्त भूखंड के ग्राम सभा से पारित होने संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराकर वे निर्माण कार्य कर सकते हैं, जबकि दस्तावेज उपलब्ध नही होने की स्थिति में वहां किसी हाल में निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा। इधर ओलंपियन स्वर्गीय शिवनाथ सिंह के पुत्र अर्जुन सिंह द्वारा कृष्णा बास्के पर लगाए गए मारपीट संबंधित आरोपों को भी इन्होंने सिरे से खारिज किया है।


क्या है पूरा मामला
दरअसल सरकार के निर्देश पर गम्हरिया के अंचल कार्यालय से ओलंपिक एवं एशियाई खेलों में सर्वश्रेष्ठ मैराथन दौड़ के खिताब अपने नाम करने वाले स्वर्गीय शिवनाथ सिंह के पुत्र अर्जुन सिंह को झारखंड के पहले स्थापना दिवस के मौके पर साल 2001 में तत्कालीन झारखंड सरकार ने शिवनाथ सिंह को पदमपुर मौजा के हल्का नंबर चार खाता नंबर 77 प्लॉट नंबर 313 में 1.28 एकड़ जमीन बंदोबस्त किया था। शिवनाथ सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे। 24 साल बाद उनके पुत्र अर्जुन सिंह उक्त जमीन पर कब्जा करने पहुंचे, मगर पदमपुर मौजा के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान सह झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता कृष्णा बास्के के नेतृत्व में जमीन को पांचवी अनुसूची के अधीन बताते हुए बगैर ग्राम सभा की अनुमति लिए आवंटित करने को गैर कानूनी करार दिया है इसके बाद यह विवाद उपजा है ।इधर मामले को लेकर स्वर्गीय शिवनाथ सिंह के पुत्र अर्जुन सिंह के द्वारा मामले के लिखित शिकायत अंचल कार्यालय में किए जाने के बाद अंचलाधिकारी द्वारा ग्राम सभा के नाम से जारी नोटिस में असामाजिक तत्व शब्द का प्रयोग किए जाने से ग्राम सभा ने उग्र होकर बीते गुरुवार को गम्हरिया अंचल कार्यालय में जोरदार विरोध प्रदर्शन भी किया था। इधर ग्राम सभा में विरोध करने वालों में ग्राम प्रधान कृष्ण बास्के के अलावा मधु सिंह सरदार ,राजेश भगत ,गौतम महतो ,इन्द्रो मुर्मू, बिरमल टुडू ,राम हांसदा, विधान बास्के, विजय बास्के, धनंजय बास्के समेत बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष मौजूद थे।