Ranchi :- जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने बताया है कि किन संवैधानिक कारणों से ढुल्लू महतो लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ सकते हैं. बता दें कि ढुल्लू महतो धनबाद लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं.
सरयू ने कहा है कि ढुल्लू महतो पर संगीन अपराधों में दायर 49 मुकदमों की सूची उनके पास है. इसमें से 21 मुकदमे भारतीय दंड विधान की धारा-307 और अन्य गंभीर अपराध से संबंधित हैं. 13 मुकदमे रंगदारी और दबंगई से संबंधित हैं. 15 मुकदमे आर्म्स एक्ट और एक्सप्लोसिव एक्ट की विभिन्न धाराओं में दायर किये गये हैं.

ढुल्लू महतो चार मामलों में सजायाफ्ता है अभियुक्त –
उन्होंने कहा कि ढुल्लू महतो चार मामलों में सजायाफ्ता अभियुक्त हैं. इनकी कुल सजा को जोड़ दें तो ये सजा साढ़े चार साल की हो जाती है. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की संवैधानिक खंडपीठ के अनुसार ढुल्लू महतो चुनाव लड़ने के अयोग्य हैं.
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अपने पूरे विधायककाल में किया सबसे अधिक जुल्म –
राय ने आगे कहा कि ढुल्लु महतो स्वयं को ओबीसी का शुभचिंतक बताते हैं. लेकिन अपने पूरे विधायक काल में इन्होंने जितने अत्याचार किए हैं, वे सभी ओबीसी वर्ग के लोगों और परिवारों पर किए हैं. इसमें अशोक महतो का परिवार भी शामिल है. जिसने लम्बी लड़ाई लड़कर इनके जुल्म का प्रतिकार किया. इसके अतिरिक्त अपने स्वजातीय करीब आधा दर्जन परिवारों का पानी, बिजली इन्होंने कटवा दिया. यह सभी परिवार 17 दिनों तक धनबाद के सार्वजनिक स्थल पर धरना देकर बैठे रहे, तब जाकर वर्तमान वरीय पुलिस अधीक्षक ने बीसीसीएल प्रबंधन से उनके घरों का पानी और बिजली कनेक्शन जुड़वाया.
किया वायरल ऑडियो का जिक्र –
सरयू राय ने आगे कहा है कि कल यानी 30 मार्च को ‘प्रिंस खान’ नामक एक अपराधी का एक ऑडियो वॉयरल हुआ है. इसमें वह मुझे और धनबाद के मेरे सहकर्मी कृष्णा अग्रवाल को धमकी दे रहा है. इसके दो दिन पूर्व बीजेपी के घोषित लोकसभा उम्मीदवार ढुल्लू महतो ने भी कृष्णा अग्रवाल को धमकाया था. इसका ऑडियो भी सोशल मिडिया पर वायरल हुआ है. इन दोनों ऑडियो की स्क्रिप्ट में समानता है. केवल आवाज भिन्न है. पुलिस इसकी जांच करे.
रंगदारी और आपराधिक कार्यकलापों के खिलाफ विधानसभा में लाया था प्रस्ताव-
उन्होंने कहा कि मुझसे और कृष्णा अग्रवाल से प्रिंस खान की नाराजगी स्वभाविक है. उसके रंगदारी और आपराधिक कार्यकलापों के खिलाफ मैंने झारखण्ड विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया था. जिसका नतीजा हुआ कि झारखण्ड सरकार के गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रिंस खान को विदेश से वापस लाने के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय को लिखा है.
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