आदिवासी हो समाज कला एवं संस्कृति भवन हरिगुटू चाईबासा में होगा महाधिवेशन
Chaibasa :- आदिवासी हो समाज महासभा केन्द्रीय समिति का दो दिवसीय महाधिवेशन 25 एवं 26 नवंबर 2023 को आदिवासी हो समाज कला एवं संस्कृति भवन हरिगुटू चाईबासा में आयोजित किया गया है। जानकारी हो कि वर्त्तमान केन्द्रीय अध्यक्ष अर्जुन मुन्दुईया एवं उनकी टीम का कार्यकाल 29 नवंबर को 2023 को खत्म हो रहा है। इस बावत 25 एवं 26 नवंबर को दो दिवसीय महाधिवेशन का आयोजन किया गया है।
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दो दिवसिय महाधिवेशन के सफल आयोजन के लिए एक विशेष बैठक केन्द्रीय अध्यक्ष अर्जुन मुन्दुईया की अध्यक्षता में हुई। बैठक में केन्द्रीय अध्यक्ष, केन्द्रीय उपाध्यक्ष, केन्द्रीय महासचिव एवं केन्द्रीय कोषाध्यक्ष के नामांकन पत्र के लिए राशि तय किया गया। नामंकन पत्र एवं शुल्क के लेने के लिए केन्द्रीय महासचिव को जिम्मेदारी दी गयी। बैठक में विभिन्न तैयारी समितियों का गठन कर अलग-अलग लोगों को प्रभार सौंपा गया और आदिवासी हो समाज महासभा के साधारण तथा आजीवन सदस्यों को अधिक से अधिक इसकी जानकारी देन तथा आमंत्रण करने का जिम्मेदारी दिया गया है। महाधिवेशन में बोंगाबुरू की जिम्मेदारी दिउरी सदस्य सनातन बिरूवा एवं संस्कृतिक सचिव सतीश सामड को दिया गया। कार्यक्रम स्थल में निबंधन के लिए आदिवासी हो समाज सेवा निवृत संगठन, युवा महासभा और ऑल इंडिया हो बैंकर वैल्फेयर एसोसिएशन को जिम्मेदारी दी गयी। वही कार्यक्रम में प्रतिनिधि शुल्क में वृद्धि करते हुए 250 रूपये तय किया गया। भोजन व्यवस्था के लिए केन्द्रीय कोषाध्यक्ष चैतन्य कुंकल, टेंट एवं साउंड के लिए केन्द्रीय संयुक्त सचिव बमिया बारी, मीडिया प्रभारी के लिए सिकंदर हेम्ब्रम, अतिथियों के स्वागत के लिए भूषण लागूरी को जिम्मेदारी दी गयी।
वहीं महाधिवेशन में उपयोगी अन्य व्यवस्था के लिए केन्द्रीय संयुक्त सचिव रवि बिरूली, मंच संचालन के लिए केन्द्रीय उपाध्यक्ष केसी बिरूली एवं युवा महासभा के केन्द्रीय महासचिव गब्बर सिंह हेम्ब्रम को जिम्मेदारी दी गयी। साथ बैठक में आदिवासी हो समाज महासभा के दो अंगीकृत शाखाओं के सभी समिति को अन्य जिम्मेदारी दी गयी। कार्यक्रम में झारखंड विभिन प्रखंडो सहित असम, बंगाल, ओडिसा, छतीसगढ, बिहार, एमपी, महाराष्ट्रा, बंगलोर सहित अन्य जगहों प्रतिनिधि भाग लेगें। बैठक में युवा महासभा के केन्द्रीय उपाध्यक्ष इपील सामड, शेरसिंह बिरूवा, नोवामुंडी अनुमंडल के पदाधिकारी, सरायकेला खरसावां के पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम के पदाधिकारी, पूर्व के पदाधिकारी के लोग मौजुद थे।