Chaibasa : नगर परिषद से सटे गांव मतकमहातु के ग्रामीणों द्वारा नगरपालिका से अलग होने की खुशी में विजय दिवस मनाया गया. ज्ञात हो कि चाईबासा नगरपालिक में आसपास के 13 गांवों को अवैध तरीके से शामिल किया गया था. इससे ग्रामीण भड़क गये थे. ग्रामीणों ने इसका जोरदार विरोध किया था और चाईबासा में आक्रामक रैली निकाली गयी थी.
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आंदोलन का असर हुआ और 2013 में इन गांवों को फिर से नगरपालिका से बाहर निकाल दिया गया. इसी जीत की खुशी में मतकमहातु में प्रतिवर्ष विजय दिवस मनाने की परंपरा विकसित हुई. विजय दिवस कार्यक्रम की शुरूआत गांव की सीमा पर गड़े पत्थर की विधिवत पूजा अर्चना के बाद ग्रामीणों ने मांदर तथा नगाड़े की थाप पर खूब नृत्य किया. मतकमहातु के धार्मिक दिऊरी चंद्रमोहन देवगम, दिऊरी सुरेश देवगम, दिऊरी गोपाल देवगम ने पत्थर के समक्ष दो मुर्गों की बलि देकर गांव की सीमाओं की सुरक्षा की अपने इष्ट देवी देवताओं से गुहार लगायी. इस दौरान बड़ी संख्या में महिला व पुरूष सरना झंडे लिये मौजूद थी. ग्रामसभा जिंदाबाद के नारे भी लगाये. इसके पूर्व ग्रामीणों ने गांव से एक रैली निकाली और नगरपालिका की सीमा से लगने गांव की सीमा पर पहुंची.
इस मौके पर ग्राम मुंडा धनुर्जय देवगम, धर्मराज देवगम, चाहत देवगम, मानकी देवगम, चोकोए देवगम, विशाल देवगम, गोपाल देवगम, डीबर देवगम, पप्पू देवगम, सुमित देवगम, सुरेश देवगम आदि मौजूद थे.
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