Hatgamhariya:- सरकारी राशि का दुरपयोग कैसे होती है यह किसी से छुपी नहीं है, सरकारी राशि का केवल ठेकेदारी प्रथा तक महत्वपूर्ण जान पड़ता है। इसका उदाहरण हाटगम्हारिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बगल में बने विपणन भवन देखने से सच्चाई सामने आ जाती है। हाटगम्हारिया बाजार से महज तीन सौ मीटर दूरी पर एक पार्ट का 24 लाख 94 हजार 2 सौ की लागत से बने इस भवन के निर्माण के समय यहाँ की जनता इस भवन से लाभान्वित होने की आस लगाए बैठे थे। मगर भवन तो बन कर तैयार हो गया लेकिन भवन का उपयोग में नहीं लाने से यहाँ के लोगो ं को मुँह चिढ़ा रही है।2018 को दो पार्ट में बने इस इमारत का उद्घाटन भी दो बार हुआ है। पहली बार तत्कालीन जिला परिषद सदस्य सुमित्रा सिंकु द्वारा 24 जनवरी 2018 तथा दूसरे भाग का उद्घाटन तत्कालीन जिला परिषद अध्यक्ष अनिता सुम्ब्रुई व बिमला गागराई के द्वारा 1 सितम्बर 2018 को सम्पन्न हुआ है। लेकिन बिडम्बना है कि इस भवन का निर्माण किस उद्देश्य से हुआ है यह जानकारी किसी के पास नहीं है।
इतने राशि खर्च कर बने इस भवन का उपयोग में नहीं होने से खण्डहर में तब्दिल होता जा रहा है। रख रखाव व सदपयोग नहीं होने से भवन के चारों तरफ झाड़ियों का बोल बाला है। आम जनता के लिये बने भवन में हमेशा लावारिश पशुओं अड्डा बना रहता है। निकट भविष्य इस भवन को उपयोग में नहीं लाया जाता है तो सपनो का इस महल को ढहते देर नहीं लगेगी। इस क्षेत्र में शिक्षित वेरोजगारों की कमी नही है। पार्ट-1 में 16 तथा पार्ट -2 में 20 कमरों का भवन को यदि किसी शिक्षित वेरोजगार युवाओं के नाम आवंटित कर दिया जाता है तो कुल 36 युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा सकता है।रोजगार हेतु क्षेत्र के युवा वर्ग कई बार अपने नाम आवंटित करने के लिये आवेदन कर चुके हैं। मगर युवाओं के भविष्य व क्षेत्र की आर्थिक समृद्धि पर किसी जनप्रतिनिधि व अधिकारी का नजर नहीं है।आवेदन कार्यालय की फाईलों की शोभा बढ़ा रही है।