Odisa, Badbil (ओड़िसा, बड़बिल): ओडिशा के क्योंझर जिले में गुरुवार को वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वन्यजीव तस्करी का खुलासा किया। इस दौरान दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जो तेंदुए की खाल बेचने की फिराक में थे। आरोपियों की पहचान पटना निवासी रवींद्र टुडू (25 वर्ष) और उसके साले मनुआ हेम्ब्रम (40 वर्ष), निवासी जुडिया मुंडा साही, क्योंझर के रूप में हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस को खुफिया इनपुट मिला था कि जंगल के बीच बने एक घर में अवैध रूप से तेंदुए की खाल रखी गई है। सूचना के आधार पर प्रभागीय वनाधिकारी एचडी धनराज और सहायक वन संरक्षक अशोक कुमार दास के नेतृत्व में टीम ने जुडिया घाटी स्थित घर पर छापेमारी की। यहां से तेंदुए की खाल बरामद की गई और मौके से रवींद्र टुडू को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसकी निशानदेही पर उसके साले मनुआ हेम्ब्रम को भी दबोच लिया गया।

गिरफ्तारी के बाद जांच में और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। अधिकारियों ने जब रवींद्र टुडू का मोबाइल खंगाला तो उसमें हाथी दांतों की तस्करी से संबंधित कई वीडियो क्लिप मिले। इससे साफ संकेत मिलते हैं कि आरोपी लंबे समय से वन्यजीवों की तस्करी से जुड़े नेटवर्क में काम कर रहे थे। फिलहाल इन वीडियो की जांच की जा रही है ताकि इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की पहचान कर उन्हें पकड़ा जा सके।
वन विभाग ने बताया कि मामले में वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। साथ ही पुलिस और वन विभाग की टीम अब आरोपियों के संपर्कों और सप्लाई चैन की गहन जांच में जुट गई है।
स्थानीय अधिकारियों ने इस सफलता को वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि बताया है। उनका कहना है कि इस कार्रवाई से तस्करी नेटवर्क को करारा झटका लगा है और आगे भी इस तरह की अवैध गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी।
