New Delhi (न्यू दिल्ली) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। “विजन 2047” के तहत केंद्र सरकार ने देशभर के 1000 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) को अत्याधुनिक तकनीक से लैस करने और 1200 नई स्किल लैब्स स्थापित करने की घोषणा की है। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को नई तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन ऑपरेशन, इलेक्ट्रिक व्हीकल, रोबोटिक्स और डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग जैसे उभरते क्षेत्रों में प्रशिक्षित करना है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना तभी पूरा होगा जब देश का युवा कौशल, नवाचार और आत्मविश्वास से सशक्त होगा। इस दिशा में सरकार का फोकस “स्किल इंडिया मिशन 2.0” को नई ऊंचाई पर ले जाना है। प्रत्येक राज्य में चयनित ITI को आधुनिक उपकरण, स्मार्ट क्लासरूम, वर्चुअल ट्रेनिंग लैब्स और इंडस्ट्री पार्टनरशिप के माध्यम से जोड़ा जाएगा।
सरकार के अनुसार, इस पहल से हर साल करीब 20 लाख युवाओं को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। इसके अलावा, निजी क्षेत्र को भी इस मिशन से जोड़ा जाएगा ताकि इंडस्ट्री की मांग के अनुरूप ट्रेनिंग और रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “आज का युवा सिर्फ नौकरी खोजने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनना चाहता है।” इस विजन के तहत स्टार्टअप्स, इनोवेशन हब और डिजिटल ट्रेनिंग सेंटर को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
सरकार का मानना है कि आने वाले वर्षों में भारत दुनिया का “स्किल कैपिटल” बन सकता है, और यह पहल उस दिशा में एक मजबूत कदम है।