Chaibasa:- जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम के तत्वावधान में स्थानीय सिविल कोर्ट परिसर में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्वनाथ शुक्ला की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. इस दौरान गठित कुल 11 बैंचों में मामलों की सुनवाई करते हुए कुल 4222 वादों का सफल निष्पादन किया गया तथा 27558209/– दो करोड़ पिचहतर लाख अंठावन हज़ार दो सौ नौ रुपए) की राशि का समायोजन भी हुआ.
प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत विभिन्न प्रकार के वादों को सुलझाने का एक सक्षम और सुलभ मध्यम है जिसमें लोग अपने सुलहनीय मामलों के त्वरित निष्पादन के लिए आवेदन कर सकते हैं. राष्ट्रिय लोक अदालत के माध्यम से विभिन्न लाभुकों को पीड़ित मुआवजा योजना के अंतर्गत चेक के द्वारा मुआवजा राशि का वितरण भी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्वनाथ शुक्ला के द्वारा किया गया. इस दौरान जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद भी उपस्थित थे. सिविल कोर्ट परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत के साथ-साथ विधिक जागरूकता शिविर का भी आयोजन किया गया. शिविर के माध्यम से लोगों को उनके दीवानी सह सुलहनीय आपराधिक मामलों के त्वरित निष्पादन हेतु लोक अदालत का लाभ उठाने के लिए प्रेरित भी किया गया.
उन्होंने आगे बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायिक पदाधिकारियों योगेश्वर मणि, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय, ओम प्रकाश, जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम, एस बी ओझा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय, श्री शंकर महाराज, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, विनोद कुमार, अपर मुख्य न्यायायिक दंडाधिकारी, राजीव कुमार सिंह, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, मिलन कुमार, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी पोड़ाहाट, अमिकर परवार, रेलवे दंडाधिकारी, तौसीफ मिराज, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सदर, ऋषि कुमार न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी, विजय कुमार शर्मा, अध्यक्ष उपभोक्ता मामले, पैनल अधिवक्ता जी रवि शंकर, अजीत कुमार विश्वकर्मा, बालाजी बारीक, अमिताभ सरकार, महेंद्र दोराईबुरु सुनील छाबड़ा मधुमिता मैती, संगीता सांडिल्य, जीपी पवन शर्मा, सदस्य विकास दोदराजका के द्वारा मामलों का निष्पादन किया गया. राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन में सिविल कोर्ट के कर्मचारियों, पीएलवी आदि ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई.