Adityapur: झारखंड प्रशासनिक सेवा की अधिकारी रंजना मिश्रा, 31 अगस्त को 30 वर्ष सेवाकाल के उपरांत सेवानिवृत हुई, सुवर्णरेखा परियोजना में अपर निदेशक भू अर्जन एवं पुनर्वास पदाधिकारी के रूप में लंबे समय तक कार्य करने के उपरांत इन्हें शुक्रवार को परियोजना कार्यालय में विदाई समारोह आयोजित कर ने विदाई दी गई.
परियोजना कार्यालय भवन में आयोजित विदाई समारोह में परियोजना से जुड़े पदाधिकारी और कर्मचारियों द्वारा सेवानिवृत्ति अपर निदेशक रंजना मिश्रा के कार्यकाल बेहतरीन बताते हुए उनकी उपलब्धियां को भी गिनाया गया, विदाई समारोह को संबोधित करते हुए सेवानिवृत अपर निदेशक रंजना मिश्रा ने कहा कि सरकार की एक अति महत्वाकांक्षी परियोजना का इन्हें हिस्सा बनने अवसर प्राप्त हुआ, जो इनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है. इन्होंने कहा की जो भी परियोजना से जुड़े हुए हैं, खासकर भू अर्जन एवं पुनर्वास कार्यालय के लोग एक सामाजिक दायित्व का भी निर्वहन कर रहे हैं ,ईमानदारी और लगन के साथ सभी अपने कार्य को पूरा करें, ताकि परियोजना का लक्ष्य प्राप्त हो सके, इन्होंने कहा कि अपने सेवाकाल के दौरान परियोजना को पूरा ना होते देख पाने का इन्हें मलाल है, लेकिन जिस उद्देश्य से परियोजना शुरू की गई है वह एक दिन जरूर अपने मुकाम तक पहुंचेगी, विदाई समारोह को मुख्य अभियंता संजय कुमार, पूर्व मुख्य अभियंता अशोक दास, कार्यपालक अभियंता मणिमय कुमार, कुमार अरविंद ,पूर्व प्रशासनिक अधिकारी लालमोहन महतो ,उमा महतो समेत अन्य ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम का संचालन परियोजना के कर्मी सुबोध शरण द्वारा किया गया, इस मौके पर मुख्य रूप से परियोजना के प्रधान सहायक प्रसेनजीत घोष, विश्वजीत कुमार समेत जियाडा के भी पदाधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.