Chaibasa:- पश्चिम सिंहभूम चाईबासा बिजली विभाग पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के संयुक्त सचिव सुनील सिरका ने झारखंड सरकार को बदनाम करने की साजिश करने का आरोप लगाया है।
पश्चिम सिंहभूम झारखंड मुक्ति मोर्चा के संयुक्त सचिव सुनील सिरका ने कहा कि दुनिया किसी से भी लड़ ले, लेकिन चाईबासा विद्युत आपूर्ति विभाग से कोई नहीं लड़ सकता है। चाहे किसी से भी शिकायत की जाए, सब एक दूसरे से सम्बन्धित हैं। चाहे वह लाइनमैन हो, कनीय अभियंता हो, सहायक अभियंता हो या कार्यपालक अभियंता, लाइनमैन कोई भी फोन रिसीव नहीं करते, सहायक अभियंता सुनकर नजरअंदाज कर देते हैं।कार्यपालक अभियंता के मोबाइल नंबर पर शिकायत करने पर सहायक अभियंता द्वारा जवाब दिया जाता है। चाईबासा विद्युत आपूर्ति विभाग की स्थिति बहुत ही दयनीय है। ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति तो और ही बहुत दयनीय है। ग्रामीण क्षेत्रों में महीने में अगर 10 दिन भी विद्युत आपूर्ति हो जाए, तो बहुत बड़ी सौभाग्य की बात है। आज ग्रामीण क्षेत्र के लोग किरासन खरीदने के लायक भी नहीं रहे। क्योंकि किरासन 85 से 90 रुपए प्रति लीटर बिक रहे हैं। ऐसी स्थिति में सुदूर क्षेत्र के गरीब लोग किरासन खरीदने की स्थिति में भी नहीं हैं। लोग शाम होने से पहले ही घरों में दुबक जाते हैं। हल्की हवा-बारिश में भी विद्युत आपूर्ति टप होना तो आम बात है। थोड़ी बहुत हवा पानी चलने पर घंटों विद्युत आपूर्ति की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शिकायत के बावजूद भी लाइनमैन तो दूर की बात है, वरीय पदाधिकारी भी मोबाइल उठाना उचित नहीं समझते हैं। अगर इसकी शिकायत करने की प्रयास करें। तो विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को काफी परेशान किया जाता है। आम उपभोक्ता सरकार को कोस रहे हैं। इसमें कहीं न कहीं विभाग द्वारा वर्तमान झारखंड सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है।