Chaibasa:- सूरजमल जैन डीएवी पब्लिक स्कूल में महाकवि तुलसीदास की जयंती के अवसर पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर गोस्वामी तुलसीदास के चित्र पर प्राचार्या व शिक्षक-शिक्षिकाओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्या सुश्री रेखा कुमारी ने कहा कि तुलसीदास महाकवि थे. तुलसी साहित्य हिंदी साहित्य के लिए ही नहीं, भारतीय संस्कृति के लिए भी महत्वपूर्ण है. वर्तमान परिस्थिति में रामचरितमानस की महत्ता बढ़ जाती है. समारोह पूर्वक मनाए गए इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षक एस बी सिंह ने कहा कि तुलसी के पुत्र तुलसीदास कालजयी रचनाकार थे.
इस दौरान ‘गाइए गणपति’ शीर्षक भजन शिक्षिका प्रियंका पात्रा द्वारा प्रस्तुत किया गया. ‘श्री रामचंद्र कृपालु भजन’ शीर्षक भजन छात्रा अर्पिता कुमारी द्वारा प्रस्तुत किया गया. गोस्वामी तुलसीदास के व्यक्तित्व पर छात्रा अनुष्का कच्छप ने अपने विचार प्रस्तुत किए. ‘ठुमक चलत रामचंद्र’ शीर्षक भजन संगीत शिक्षक ओ सी दास द्वारा प्रस्तुत किया गया. नमामी शमीशान शीर्षक भजन प्राचार्या ने प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में छात्र- छात्राओं ने बढ़ – चढ़कर अपनी भागीदारी निभाई. मंच संचालन शिक्षिका सुधा सिंह ने किया.