आदित्यपुर: देश की आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करते हुए, आदित्यपुर स्थित ‘नेताजी सुभाष चौक’ पर उनकी प्रतिमा का सफलतापूर्वक नवीनीकरण कार्य संपन्न हुआ।
30 दिसंबर को एक गरिमामय समारोह के बीच प्रसिद्ध समाजसेवी और श्रीलेदर्स के निदेशक शेखर डे ने इस नवनिर्मित प्रतिमा का विधिवत उद्घाटन और अनावरण किया। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि शेखर डे ने 30 दिसंबर की ऐतिहासिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “आज का दिन भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है।
1943 में आज ही के दिन नेताजी ने अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पर कदम रखकर उसे दासता की बेड़ियों से मुक्त कराया था। यह दिन उनके अदम्य साहस और अटूट संकल्प की याद दिलाता है।” उन्होंने वर्तमान राजनेताओं और युवाओं से आह्वान किया कि वे नेताजी के उच्च आदर्शों, उनकी देशभक्ति और उनके कृतित्व को अपने जीवन में उतारें।
कार्यक्रम के दौरान नेताजी सुभाष मंच के अध्यक्ष पीके नंदी ने बताया कि 1944 में इसी तिथि को नेताजी ने अंडमान में पहली बार भारतीय राष्ट्रध्वज फहराया था, इसलिए प्रतिमा के अनावरण के लिए इस पावन दिवस का चयन किया गया। समारोह में संध्या प्रधान, अंजन कुमार दास, मंजू दत्ता और असीम रॉय समेत कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।








